शिमला
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। उना, कुल्लू और मंडी जिलों के कई क्षेत्रों में एहतियातन स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उना जिले के अंब और गगरेट उपमंडलों में शिक्षण संस्थान बंद रहे। इसी तरह कुल्लू के मनाली और बंजार क्षेत्र तथा मंडी जिले के कुछ इलाकों में भी बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के बाद स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े।
किन्नौर जिले में कैलाश यात्रा से लौट रहे एक तीर्थयात्री की मौत पत्थर गिरने से हो गई। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी गौरव (31) के रूप में हुई है। मंगलवार को गणेश गुफा के पास हुए हादसे के बाद पुलिस और राहत दल मौके पर पहुँचे लेकिन वह घायलावस्था में ही दम तोड़ चुके थे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कुल्लू में शास्त्री नगर क्षेत्र की नाले में आई बाढ़ से कई मकानों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा, हालांकि किसी जनहानि की सूचना नहीं है। वहीं मंडी जिले के सिलभुढानी गांव में सोमवार रात बादल फटने और भूस्खलन के चलते एक पैदल पुल बह गया।
जिला प्रशासन ने भुब्बू, कुंगड़ी और आसपास के नालों में तेज बहाव को देखते हुए एहतियातन स्कूल बंद रखने का आदेश दिया।
राज्य आपात संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार बुधवार सुबह तक 368 सड़कें, जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, यातायात के लिए बंद रहीं। इनमें मंडी जिले की 175 और कुल्लू जिले की 126 सड़कें शामिल हैं। भारी बारिश के कारण मंडी-जोगिंद्रनगर (NH-154) और औट-सैंज (NH-305) मार्ग भी अवरुद्ध हो गए।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार शाम से लगातार हो रही बारिश में सबसे ज्यादा 132.6 मिमी वर्षा उना में दर्ज की गई। इसके अलावा भरवाइन में 68 मिमी, देहरा गोपीपुर में 63.4 मिमी, पालमपुर में 60.4 मिमी, गूलर में 60 मिमी, सोलन में 56 मिमी, बिलासपुर में 53.8 मिमी और जुब्बड़हट्टी में 48.3 मिमी बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 से 26 अगस्त के बीच राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की ऑरेंज अलर्ट जारी की है। वहीं, 23 अगस्त को भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
SEOC के अनुसार, बारिश से 929 विद्युत ट्रांसफार्मर और 139 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
मौसमी आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 20 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में 634.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है, जो सामान्य 543.6 मिमी से 17 प्रतिशत अधिक है।
मॉनसून की शुरुआत से अब तक बारिश से राज्य को 2,281 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इस अवधि में 74 बार अचानक बाढ़, 39 बार बादल फटने और 73 बड़े भूस्खलन की घटनाएँ दर्ज हुई हैं। अब तक 145 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग लापता हैं।