हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर: मकान ढहने से 5 लोगों की मौत, 1,337 सड़कें बंद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 03-09-2025
Heavy rain wreaks havoc in Himachal Pradesh: 5 people died due to house collapse, 1,337 roads closed
Heavy rain wreaks havoc in Himachal Pradesh: 5 people died due to house collapse, 1,337 roads closed

 

शिमला

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते मंगलवार को भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से भारी तबाही मची। पांच लोगों की मौत हो गई और चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 1,337 सड़कें बंद हो गई हैं। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने हालात पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।

भूस्खलन और मकान गिरने की घटनाएं:

  • सोलन जिले के समलोह गांव में एक मकान गिरने से हेमलता नामक महिला की मौत हो गई, जबकि उसके पति, चार बच्चे और बुज़ुर्ग सास को हल्की चोटें आईं।

  • कुल्लू के ढालपुर क्षेत्र में भी एक घर गिरा। मलबे से एक पुरुष और महिला को निकाला गया, लेकिन महिला की जान नहीं बच सकी।

  • मंडी में पड्डल गुरुद्वारा के पीछे हुए भूस्खलन से दो मकान क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन समय रहते लोगों को निकाल लिया गया।

प्रशासन की चेतावनी और अलर्ट:

  • मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और किन्नौर जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' और ऊना व बिलासपुर जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है।

  • शिमला में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान बुधवार को बंद रहेंगे। ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी।

सड़कें और यातायात प्रभावित:

  • प्रदेश में 1,337 सड़कें बंद हैं, जिनमें

    • मंडी में 282,

    • शिमला में 255,

    • चंबा में 239,

    • कुल्लू में 205 और

    • सिरमौर में 140 सड़कें शामिल हैं।

  • एनएच-3 (मंडी-धरमपुर), एनएच-305 (औट-सैंज), एनएच-5 (हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग), एनएच-21 (चंडीगढ़-मनाली), एनएच-505 और एनएच-707 बाधित हैं।

  • शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग भी सोलन के सनवारा में भूस्खलन के कारण बंद है।

  • शिमला-कालका रेलवे ट्रैक भी भूस्खलन की चपेट में आ गया है, जिससे ट्रेन सेवाएं 5 सितंबर तक स्थगित कर दी गई हैं।

बिजली और पानी की आपूर्ति पर असर:

  • 2180 बिजली ट्रांसफार्मर और

  • 777 जल आपूर्ति योजनाएं ठप पड़ी हैं।

मुख्यमंत्री का बयान:

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य को "आपदा प्रभावित राज्य" घोषित किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग की है और बताया:

  • जिनके घर पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, उन्हें ₹7 लाख की सहायता मिलेगी।

  • यदि घरों के अंदर का सामान नष्ट हुआ है, तो ₹70,000 अतिरिक्त दिए जाएंगे।

  • आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए ₹1 लाख की सहायता दी जाएगी।

अन्य घटनाएं:

  • मनालसू नाले का जलस्तर बढ़ने से मनलाई के 9 गांव बाहरी दुनिया से कट गए हैं।

  • बिलासपुर के डडवाल गांव में दरारें पड़ने के कारण 16 परिवारों को घर खाली करने को कहा गया।

  • कुल्लू के अन्नी क्षेत्र में एक निर्माणाधीन मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया, लेकिन घर पहले से खाली था।

  • हिमाचल पुलिस में आरक्षी पद के दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया बारिश के कारण स्थगित कर दी गई है। अब यह 24 से 29 सितंबर के बीच होगी।

  • चंबा में करीब 5,000 मणिमहेश तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। उन्हें सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। अब तक 16 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।


बारिश के आंकड़े:

  • नैना देवी में सबसे अधिक 198.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।

  • मनाली (89 मिमी), मंडी (78.2 मिमी), धर्मशाला (76.3 मिमी), चंबा (72 मिमी), ऊना (57 मिमी) सहित कई जिलों में भारी वर्षा हुई।

मानसून 2025 का प्रभाव:

  • अब तक 340 लोगों की मौत,

  • 41 लोग लापता,

  • और ₹3,158 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

  • मानसून शुरू होने के बाद से अब तक

    • 95 बार अचानक बाढ़,

    • 45 बार बादल फटना,

    • और 115 बार भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं।