कुरुक्षेत्र, हरियाणा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कुरुक्षेत्र जिले के थानेसर उपमंडल के धीरपुर गांव में एक इनलैंड कंटेनर डिपो का उद्घाटन किया. सीएम सैनी ने डिपो के सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनलैंड कंटेनर डिपो से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और हाल ही में हुए विकास से किसानों, उद्यमियों और व्यापारियों को लाभ होगा. सीएम सैनी ने आगे कहा कि यह कदम बाजार तक पहुंच बढ़ाने में फायदेमंद होगा और रोजगार पैदा करेगा.
संवाददाताओं से बात करते हुए सीएम सैनी ने कहा, "इससे किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों को फायदा होगा. हरियाणा की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी... हमारे उत्पाद दुनिया भर में अलग-अलग जगहों पर जाएंगे... इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे."
इससे पहले दिन में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और अन्य लोगों ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दौरान योग गुरु स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में कुरुक्षेत्र में योग किया. सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने तनाव कम करने और काम पर ऊर्जा बढ़ाने के लिए सभी कार्यालयों में पांच मिनट का ब्रेक शुरू किया है.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए नायब सिंह सैनी ने कहा, "तनाव कम करने के लिए हमने हर दफ्तर में पांच मिनट का ब्रेक देने की घोषणा की है, ताकि हम फिर से नई ऊर्जा और ताकत के साथ काम कर सकें... निजी क्षेत्र में भी सभी इसे लागू करेंगे." उन्होंने यह भी कहा कि साइक्लोथॉन, मैराथन और नशा मुक्त रहने वाले गांवों को प्रोत्साहन देकर हरियाणा को नशा मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है. सैनी ने कहा, "चाहे वह साइक्लोथॉन हो या नशा मुक्ति के खिलाफ मैराथन, हमने कई पंचायतों को नशा मुक्त बनाया है. हम सरपंचों को भी अपने गांव और वार्ड को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, उन्हें प्रोत्साहन भी देते हैं. आज योग दिवस के अवसर पर हमने कहा 'योग युक्त और नशा मुक्त हरियाणा'." इस दौरान योग गुरु रामदेव ने कहा कि योग एक जन आंदोलन बन गया है और इसे हर किसी के दैनिक जीवन का हिस्सा बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का 2047 तक विकसित भारत का सपना योग की नींव पर आधारित है और लोगों से हर दिन कम से कम 10 से 20 मिनट योग का अभ्यास करने का आग्रह किया.
"योग एक जन आंदोलन बन गया है. यह एक जन आंदोलन बन गया है. प्रधानमंत्री का 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना, इसका आधार, इसकी नींव, योग है. मैं सभी से अपील करूंगा कि वे केवल 21 जून को ही नहीं, बल्कि हर दिन कम से कम 10-20 मिनट योग करने का संकल्प लें. योग हमारे जीवन का एक तरीका बन जाना चाहिए," रामदेव बाबा ने कहा.
11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राज्यों में व्यापक भागीदारी देखी गई. इस वर्ष का विषय "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" है, जो वैश्विक कल्याण के भारत के दृष्टिकोण को प्रतिध्वनित करता है और कल्याण के एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाता है. यह "सर्वे संतु निरामया" (सभी रोग मुक्त हों) के भारतीय लोकाचार से प्रेरित होकर मानव और ग्रह स्वास्थ्य के परस्पर संबंध पर जोर देता है.