नयी दिल्ली
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनकी वीरता, बलिदान और नि:स्वार्थ सेवा हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म, मानवता और सत्य के आदर्शों की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने कहा, “उनकी वीरता, बलिदान और नि:स्वार्थ सेवा हमें दृढ़ संकल्प और साहस के साथ न्याय के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। उनके उपदेश हमें सत्य और धर्म के पथ पर चलने की सीख देते हैं।”
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि हमें गुरु तेग बहादुर के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और देश में सद्भाव, भाईचारे और एकता को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर समाज में न्याय और मानवता की रक्षा करें।
राष्ट्रपति ने कहा, “मैं गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनकी आत्मा की शांति की कामना करती हूं और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेती हूं।”
गुरु तेग बहादुर की शहादत हमें यह याद दिलाती है कि धर्म और न्याय की रक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति में साहस और निडरता की आवश्यकता होती है। उनका जीवन आज भी समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।