कोलकाता
पद संभालने के अपने तीसरे वर्ष की समाप्ति पर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने रविवार को राज्य के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और "हिंसामुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त राज्य" बनाने का संकल्प लिया।
राज्यपाल ने विशेष संक्षिप्त चुनावी सूची सुधार (SIR) को लेकर जनता में फैली चिंताओं को कम करने के लिए चुनाव आयोग और राज्य सरकार के बीच बैठकों की आवश्यकता पर जोर दिया।
बॉर्डर क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग बंग्लादेश लौटने के लिए जुट रहे हैं, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह इन क्षेत्रों का दौरा कर “वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन” करेंगे, इसके बाद ही और टिप्पणी करेंगे।
विशेष रूप से हकीमपुर सीमा पर SIR प्रक्रिया के बीच लोग दस्तावेजों की कमी का हवाला देते हुए सीमा पार करने की कोशिश कर रहे हैं।राजभवन में राज्यपाल का दिन योग और कराटे जैसी सार्वजनिक गतिविधियों में बच्चों और वयस्कों के साथ बीता।
अपने दृष्टिकोण को दोहराते हुए बोस ने कहा, "मैं बंगाल के लिए काम करूंगा, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए। मैं एक हिंसामुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त बंगाल बनाना चाहता हूं।"
SIR को लेकर लोगों की चिंताओं पर उन्होंने कहा, "SIR को लेकर जनता में कई प्रकार की आशंकाएं हैं। कुछ मामलों में आत्महत्या जैसी घटनाएं भी हुई हैं। इस संदर्भ में, चुनाव आयोग और राज्य सरकार को अधिक बैठकें कर लोगों की आशंकाओं को दूर करना चाहिए। मैं इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाऊंगा।"