गांधीनगर
गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी ने बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में बढ़ते ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों पर चिंता जताते हुए साइबर अपराधों से पीड़ित लोगों के धन की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने विभिन्न बैंकों के नोडल अधिकारियों, गृह विभाग और गुजरात पुलिस को शामिल करते हुए एक संयुक्त समिति बनाने के आदेश दिए हैं।
सांघवी मंगलवार को गांधीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) की 187वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में उन्होंने साइबर अपराधों को “वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती” बताया।
सांघवी ने कहा कि सरकार और बैंकिंग क्षेत्र मिलकर नतीजा-आधारित कार्रवाई करें तो साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 1 दिसंबर को हेल्पलाइन 1930 पर दर्ज सभी साइबर धोखाधड़ी मामलों में गुजरात पुलिस ने बैंकों के सहयोग से 100 प्रतिशत धनराशि फ्रीज कर ली।
उन्होंने कहा, “यदि बैंक इसी तरह सक्रिय सहयोग देते रहें, तो हर साइबर फ्रॉड की राशि को ब्लॉक किया जा सकता है, जिससे ऐसे अपराधों में भारी कमी आएगी।”
सांघवी ने बैठक में एक महत्वपूर्ण मामला बताते हुए कहा कि अहमदाबाद में एक बुजुर्ग व्यक्ति ‘डिजिटल अरेस्ट’ स्कैम का शिकार हो गए थे। घबराहट में उन्होंने अपनी 45 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़कर RTGS के जरिए राशि भेजने की कोशिश की।
लेकिन सतर्क बैंक मैनेजर जयेश गांधी ने समय रहते मामला समझा और बुजुर्ग से बातचीत कर धोखाधड़ी का पता लगाया, जिसके बाद उन्होंने उन्हें ठगे जाने से बचा लिया। सांघवी ने कहा कि
“यदि हर बैंक कर्मचारी इसी तरह सतर्क और मानवीय दृष्टिकोण से काम करे, तो गुजरात में साइबर अपराधों में भारी कमी आएगी।”
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि गुजरात देश में बैंकिंग नेटवर्क विस्तार में अग्रणी है। राज्य में 11,000 बैंक शाखाएँ हैं, जिनमें से 56% ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन धन योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात में 2.25 करोड़ से अधिक जन धन खाते खुल चुके हैं, जो यह दर्शाता है कि राज्य का सबसे गरीब व्यक्ति भी आज सुरक्षित और विश्वसनीय बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले रहा है।
SLBC ने वित्तीय क्षेत्र में अप्राप्त/अनक्लेम्ड राशि के निपटान अभियान की प्रगति की समीक्षा की।
उपमुख्यमंत्री ने तिमाही में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन लीड जिला प्रबंधकों को सम्मानित किया।
बैठक में RBI की कार्यकारी निदेशक सोनाली सेन गुप्ता, SLBC-गुजरात के चेयरमैन देबदत्ता चंद, और वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव मनोज अय्यप्पन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।