आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को इस बात पर अफसोस जताया कि ‘‘अच्छे लोग’’ राजनीति से दूर रह रहे हैं और उन्होंने युवाओं से देश के राजनीतिक परिदृश्य का हिस्सा बनने का आह्वान किया.
यहां रेशिमबाग मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वार्षिक विजयादशमी रैली को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और डॉ. भीमराव आंबेडकर ने उनके जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं डॉ. आंबेडकर और डॉ. हेडगेवार द्वारा साझा की गई राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता के मूल्यों से प्रेरित हुआ. संघ में न तो जातिवाद है और न ही भेदभाव.’’
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि संघ संस्थापक के ‘‘विचारों’’ ने उन्हें समाज और राष्ट्र को स्पष्ट रूप से समझने में मदद की.
उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि ‘‘अच्छे लोग’’ राजनीति में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने युवाओं से राजनीति का हिस्सा बनने की अपील की.
कोविंद ने बताया कि वह ‘ट्रायम्फ ऑफ द इंडियन रिपब्लिक’ शीर्षक से एक पुस्तक लिख रहे हैं.
यह रैली ऐसे समय में हुई जब आरएसएस अपना शताब्दी वर्ष भी मना रहा है.