पणजी
उत्तर गोवा के अरपोरा स्थित ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब में 6 दिसंबर को लगी विनाशकारी आग में 25 लोगों की जान जाने के बाद राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क मोड में आ गई है। इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें आगामी क्रिसमस और नववर्ष उत्सवों से पहले पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने पर जोर दिया गया।
बैठक में उत्तर और दक्षिण गोवा के जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, अग्निशमन अधिकारियों और राज्य पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया। राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे भी बैठक में मौजूद रहे। गोवा में साल के अंत में बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना सरकार की प्राथमिकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सावंत ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो, इसके लिए कड़े और तत्काल कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा मानकों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, विशेषकर ऐसे समय में जब लाखों पर्यटक त्योहारों के दौरान गोवा का रुख करते हैं।”
अधिकारियों के अनुसार, हादसे के बाद सरकार ने कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए हैं और दो प्रमुख समितियाँ गठित की गई हैं:-
-
उच्चस्तरीय मजिस्ट्रेट जांच समिति, जो आग की घटना की पूरी जांच करेगी।
-
अग्नि सुरक्षा ऑडिट समिति, जो राज्य के सभी नाइटक्लब, रेस्तरां, बीच शैक, होटल और मनोरंजन स्थलों का सुरक्षा मूल्यांकन करेगी।
सरकार ने स्थानीय निकायों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जिन प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी, एग्जिट प्लान, विद्युत सुरक्षा और आपातकालीन प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री सावंत ने यह भी कहा कि आग जैसी घटनाएँ न केवल जान-माल की हानि का कारण बनती हैं, बल्कि गोवा की पर्यटन छवि को भी नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति अपनाते हुए सभी स्थानों पर सुरक्षा मानकों को मजबूती से लागू किया जाएगा।






.png)