भारत के साथ एफटीए से द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा मिलेगा: इजराइल के मंत्री बरकत

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 21-11-2025
FTA with India will boost bilateral trade and investment: Israeli Minister Barkat
FTA with India will boost bilateral trade and investment: Israeli Minister Barkat

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
इजराइल के अर्थव्यवस्था एवं उद्योग मंत्री नीर बरकत ने कहा कि इजराइल और भारत के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से दोनों देशों के उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण व्यावसायिक अवसर खुलेंगे और द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश के प्रवाह को बढ़ावा मिलेगा।
 
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने समझौते पर बातचीत शुरू करने के लिए 20 नवंबर को यहां संदर्भ शर्तों (टीओआर) पर हस्ताक्षर किए हैं।
 
बरकत ने कहा कि दोनों देशों ने एफटीए वार्ता में संवेदनशील क्षेत्रों को शामिल नहीं करने का फैसला किया है।
 
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के अपार अवसर मौजूद हैं। हम व्यापार में भारी वृद्धि देखने जा रहे हैं।’’
 
बरकत ने कहा कि कई इजराइली कंपनियां भारत में अपनी अनुषंगी कंपनियां खोलने में रुचि रखती हैं, जो उनके लिए एशिया के प्रवेश द्वार का काम कर सकती हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘‘लोग अब समझ रहे हैं कि (भारत में) बड़े अवसर मौजूद हैं क्योंकि भारत अब बीत चुके कल वाला भारत नहीं है।’’
 
इजराइल के मंत्री ने कहा कि भारत चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अच्छी स्थिति में है।
 
टीओआर के तत्वों में शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को समाप्त करके वस्तुओं के लिए बाजार पहुंच, निवेश सुगमता, सीमा शुल्क प्रक्रियाओं का सरलीकरण, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए सहयोग बढ़ाना और सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मानदंडों को आसान बनाना शामिल है।
 
भारत और इजराइल मई 2010 से इसी तरह के समझौते पर बातचीत कर रहे थे। आठ दौर की बातचीत के बाद बातचीत रुक गई। आखिरी दौर की बातचीत अक्टूबर 2021 में हुई थी।
 
वित्त वर्ष 2024-25 में इजराइल को भारत का निर्यात 2023-24 के 4.52 अरब अमेरिकी डॉलर से 52 प्रतिशत घटकर 2.14 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। आयात भी 26.2 प्रतिशत घटकर 1.48 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। द्विपक्षीय व्यापार 3.62 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
 
भारत, एशिया में इजराइल का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। द्विपक्षीय व्यापार में मुख्य रूप से हीरे, पेट्रोलियम उत्पाद और रसायन शामिल हैं लेकिन हाल के वर्ष में इलेक्ट्रॉनिक मशीनरी और उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों, संचार प्रणालियों एवं चिकित्सकीय उपकरणों जैसे क्षेत्रों में भी व्यापार में वृद्धि देखी गई है।
 
भारत से इजराइल को प्रमुख निर्यात वाली वस्तुओं में मोती एवं कीमती पत्थर, मोटर वाहन डीजल, रासायनिक व खनिज उत्पाद, मशीनरी व विद्युत उपकरण, प्लास्टिक, वस्त्र, परिधान, आधार धातुएं तथा परिवहन उपकरण और कृषि उत्पाद शामिल हैं।
 
दोनों देशों ने सितंबर में एक द्विपक्षीय निवेश समझौते (बीआईए) पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत भारत ने इजराइली निवेशकों के लिए स्थानीय प्रक्रिया अवधि को पांच वर्ष से घटाकर तीन वर्ष कर दिया है।
 
इजराइल, आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) का पहला सदस्य है जिसके साथ भारत ने यह समझौता किया है।
 
अप्रैल 2000 और जून 2025 के दौरान भारत को इजराइल से 33.77 करोड़ अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीए) प्राप्त हुआ।