लातूर (महाराष्ट्र)।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार सुबह उनके गृह नगर लातूर में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। परिवार के अनुसार पाटिल पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे और शुक्रवार को उन्होंने अपने निवास पर अंतिम सांस ली।शिवराज पाटिल को भारतीय राजनीति के उन प्रमुख नेताओं में गिना जाता है जिन्होंने लंबे समय तक राष्ट्रीय और संसदीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वे न केवल केंद्रीय गृह मंत्री रहे बल्कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के रूप में भी उल्लेखनीय कार्यकाल निभाया। देश की संसदीय परंपराओं को मजबूत करने में उनका योगदान अक्सर प्रेरक उदाहरण के रूप में याद किया जाता है।
पाटिल महाराष्ट्र के लातूर संसदीय क्षेत्र से लगातार सात बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे, जो उनकी लोकप्रियता और जनसंपर्क की गहरी पकड़ को दर्शाता है। राजनीति में उनकी सहज शैली, सादगी और व्यवहारिक दृष्टिकोण की व्यापक सराहना होती थी।
उनके निधन से कांग्रेस पार्टी और महाराष्ट्र सहित देशभर के राजनीतिक हलकों में शोक की लहर है। कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि शिवराज पाटिल का जाना भारतीय राजनीति की एक महत्वपूर्ण विरासत का अंत है।पारिवारिक सूत्रों के अनुसार अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है और अंतिम दर्शन के लिए उनके शोकाकुल समर्थकों और आम जनता के लिए व्यवस्था की जाएगी।