सिख नेता तेजिंदर पाल टिम्मा के खिलाफ राष्ट्र विरोधी बयान के लिए एफआईआर दर्ज

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 10-07-2024
 Tejinder Pal Singh Timma
Tejinder Pal Singh Timma

 

नई दिल्ली. राजस्थान पुलिस ने प्रमुख सिख नेता तेजिंदर पाल सिंह टिम्मा के खिलाफ वारिस पंजाब दे के प्रमुख और कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह का सोशल मीडिया पर कथित तौर पर महिमामंडन करने वाला वीडियो अपलोड करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. अमृतपाल सिंह ने 5 जुलाई को सांसद के रूप में शपथ ली थी.

राजस्थान के श्रीगंगानगर में पदमपुर रोड पर गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह के अध्यक्ष टिम्मा के खिलाफ पुराने शहर के पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई. इसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने ‘भड़काऊ राष्ट्र विरोधी बयान दिए और खालिस्तान की मांग करने वालों का समर्थन किया, लोगों को देश और सरकार के खिलाफ भड़काया.’

टिम्मा पर नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्य) और 197 (1) (सी) (राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक आरोप, दावे) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसने औपनिवेशिक युग के भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की जगह ली है. राजद्रोह से संबंधित इसी तरह के अपराध आईपीसी की धारा 124 ए के तहत आते हैं.

टिम्मा ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ एफआईआर उनके प्रतिद्वंद्वी लखविंदर सिंह की शिकायत पर आधारित थी, जिन्हें अकाल तख्त से बहिष्कृत कर दिया गया है. उन्होंने यह भी दावा किया कि राजस्थान में सिख अधिकारों पर केंद्रित उनकी सक्रियता से नागरिक और पुलिस प्रशासन को पीड़ा हुई है.

गुलाब बाग निवासी लखविंदर ने शिकायत दर्ज कराई है कि टिम्मा ने 5 जुलाई की दोपहर गुरुद्वारा बाबा दीप सिंह में अपने कार्यालय में बैठकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया. उत्सव का प्रस्ताव जिस दिन अमृतपाल ने शपथ ली, उस दिन फेसबुक पर पोस्ट किए गए कथित वीडियो में टिम्मा ने कहा, ‘‘भाजपा नेताओं ने संसद भवन में मेज थपथपाकर शपथ लेते समय एक सांसद द्वारा हिंदू राष्ट्र के नारे का स्वागत किया. हालांकि, स्पीकर ओम बिरला ने अमृतपाल सिंह के शपथ लेने से ठीक एक दिन पहले शपथ लेते समय कोई भी नारा लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि वह संसद में खालिस्तान के समर्थन में नारा लगा सकते थे.’’

असम की जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिए गए अमृतपाल को शपथ ग्रहण के लिए दिल्ली ले जाया गया. उन्होंने पंजाब के खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव जीता. विज्ञापन हालांकि, एफआईआर में टिम्मा द्वारा पिछले दिनों सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ की गई बहस का भी उल्लेख किया गया है. एफआईआर में कहा गया है, ‘‘आरोपी तेजिंदर पाल सिंह टिम्मा ने श्रीगंगानगर में कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर को अपमानित करने के लिए धमकी भरे शब्दों का भी इस्तेमाल किया. इससे पहले, उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने खड़े होकर भी धमकी और अपमान जारी किया था, जिसमें दावा किया गया था कि जो कोई भी हस्तक्षेप करेगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. इससे पहले, उसने कलेक्टर के सामने धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसमें दावा किया गया था कि वे दिल्ली में इंदिरा (गांधी) की हत्या करने वाले थे.‘‘

शिकायत में कहा गया, ‘‘अगर आरोपी खालिस्तान की मांग करना जारी रखता है, तो इससे जनता में आक्रोश भड़क सकता है, जिससे संभावित रूप से कोई अप्रिय घटना हो सकती है. आरोपी तेजिंदरपाल सिंह टिम्मा के खालिस्तान की मांग करने वाले व्यक्तियों से संबंध हैं, और वह उनके साथ अपनी तस्वीरें और वीडियो साझा करता रहा है. इसके अलावा, वह विभिन्न सभाओं और कार्यक्रमों में खालिस्तान के झंडे फहराता है, देश के भीतर उनका प्रचार करता है...’’

तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मामला दर्ज होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि नए आपराधिक कानूनों का इस्तेमाल अल्पसंख्यकों को दबाने के लिए किया जा रहा है. 

 

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