आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर सरकारी फाइल रोके रखने और कामकाज संबंधी नियमों के क्रियान्वयन में बाधा डालने का आरोप लगाया।
अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा शीघ्र बहाल करने का आग्रह भी किया।
अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, "उन्होंने (उपराज्यपाल) फाइल रोक रखी हैं। मैं उन्हें कितनी बार कहूंगा? उनके पास सैकड़ों फाइल पड़ी हैं और फाइल आगे नहीं बढ़ रही हैं। मैंने उनसे एक दिन कहा कि आपने शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का दर्जा घटा दिया है। उन्होंने कहा, ‘नहीं, नहीं, इसे स्वायत्तता मिल गई है।' यह पूरी तरह झूठ था।"
मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल द्वारा एक-दूसरे की आलोचना किए जाने के बारे में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जो लोग फाइल रोक रखे हैं, वे उन्हें वापस भेजेंगे। कामकाज संबंधी नियम पूरी तरह से लागू किये जाने चाहिए, है न?’’
पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि यह जनता की सरकार है। उन्होंने कहा, "जनता ने इस सरकार को वोट दिया है। नियमों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए।"
यह पूछे जाने पर कि क्या उपराज्यपाल निर्वाचित सरकार को अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोक रहे हैं, अब्दुल्ला ने कहा कि यह काम रोकने की नहीं, बल्कि हस्तक्षेप करने की बात है।
उन्होंने कहा, ‘‘वह ऐसा ही कर रहे हैं। वह उन्हें विलंबित कर रहे हैं, वह बस यही कर रहे हैं। उन्हें ऐसा करना बंद करना चाहिए। उन्हें जनता और सरकार का दोस्त बनना चाहिए। वह इसीलिए तो पद पर बैठे हैं।"