फडणवीस ने समृद्धि राजमार्ग के पूरा होने की घोषणा की, इसे ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण बताया

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 06-06-2025
Fadnavis announces completion of Samruddhi Highway, calls it a historic and emotional moment
Fadnavis announces completion of Samruddhi Highway, calls it a historic and emotional moment

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को हिंदूहृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के पूरा होने की घोषणा की और कहा कि यह एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण है.

सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम ने लिखा कि यह परियोजना केवल एक सड़क नहीं बल्कि एक उज्जवल भविष्य की ओर एक मजबूत कदम है.
"वास्तव में एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण - एक 'समृद्ध' महाराष्ट्र का सपना सच हो गया है. 'हिंदूहृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग' अब पूरा हो गया है - यह केवल एक सड़क नहीं है, बल्कि एक उज्जवल भविष्य की ओर एक मजबूत कदम है.
 
यह केवल महाराष्ट्र के लोगों के प्यार और समर्थन के कारण ही संभव हुआ है!" पोस्ट में लिखा गया है. 5 जून को सीएम ने कहा था कि यह परियोजना राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यह राजमार्ग राज्य की समृद्धि का गलियारा होगा. इस राजमार्ग को जल्द ही वधान बंदरगाह से जोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि समृद्धि राजमार्ग के लिए रिकॉर्ड समय में भूमि का अधिग्रहण किया गया है.
 
इस मार्ग के कारण विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र सहित राज्य के 24 जिले जेएनपीटी बंदरगाह से जुड़ गए हैं; अब यह राजमार्ग वधान बंदरगाह से जुड़ जाएगा। 701 किलोमीटर लंबे इस राजमार्ग पर 55 हजार 335 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार समृद्धि राजमार्ग का 76 किलोमीटर का मार्ग नासिक और ठाणे जिलों से होकर गुजरता है.
 
 इस क्षेत्र में सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला ने इस इंजीनियरिंग चुनौती को पार करना महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के लिए बहुत कठिन मार्ग बना दिया है. इगतपुरी के पास बनी सुरंग आठ किलोमीटर लंबी है, जो राज्य में सबसे लंबी और देश में सबसे चौड़ी है. वन विभाग ने समृद्धि राजमार्ग के किनारे पालखी मार्ग पर पेड़ लगाने का फैसला किया है. इस राजमार्ग के कारण एक हजार खेत तालाब बनाए गए हैं. साथ ही हर 500 मीटर पर जल पुनर्भरण की व्यवस्था की गई है.