Electrification work in Ganjam district of Odisha has begun rapidly, with the Chief Minister's directive having an immediate impact.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ओडिशा के गंजाम जिले में सुबरनपुर गांव को आखिरकार बिजली मिलने की उम्मीद जग गई है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के सीधे निर्देश के बाद जिला प्रशासन और विद्युत विभाग ने गांव में विद्युतीकरण का काम तेज़ी से शुरू कर दिया है। सुबरनपुर एक छोटा आदिवासी गांव है, जहां अब तक बिजली की सुविधा नहीं थी, और मुख्यमंत्री ने हाल ही में भुवनेश्वर में जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के सम्मेलन में इस समस्या का उल्लेख किया था।
मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत बाद गंजाम जिला प्रशासन और टाटा पावर सदर्न ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (TPSODL) की टीम ने गांव का दौरा किया और आधारभूत संरचना तैयार करने का काम शुरू कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, गांव में विद्युत सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए करीब 30 विद्युत खंभों और 25 KVA के ट्रांसफार्मर की स्थापना की जा रही है। यह कार्य अगले सात से दस दिनों में पूरा होने की संभावना है।
गंजाम के जिलाधिकारी कीर्ति वासन वी. ने बताया कि प्रशासन पूरी तत्परता से काम कर रहा है ताकि गांव के लगभग 25 घरों में जल्द से जल्द बिजली पहुंचाई जा सके। स्थानीय अधिकारियों ने यह भी बताया कि कुछ वर्ष पहले ओडिशा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (OREDA) ने गांव में सौर ऊर्जा आधारित व्यवस्था लगाई थी, लेकिन उसके खराब होने के बाद ग्रामीणों ने किसी को इसकी जानकारी नहीं दी, जिससे गांव लंबे समय तक अंधेरे में रहा।
बिजली न होने के कारण गांव के छात्र लालटेन और मोमबत्तियों की रोशनी में पढ़ाई करने को मजबूर थे। अब विद्युतीकरण परियोजना के शुरू होने से ग्रामीणों की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं और यह कदम उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।