सावन शिवरात्रि पर पूजा-अर्चना करने मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 02-08-2024
Devotees flocked to temples to offer prayers on Sawan Shivratri
Devotees flocked to temples to offer prayers on Sawan Shivratri

 

नई दिल्ली 

 शुक्रवार सुबह सावन के पवित्र महीने में शिवरात्रि के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.भक्त भगवान शिव को प्रसाद चढ़ाने और अपनी श्रद्धा व्यक्त करने तथा अपने जीवन में दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिर परिसर में उमड़ पड़े.लोगों को मंदिर में शिव लिंग पर जलाभिषेक करते तथा दही, दूध, शहद, पंचामृत बेलपत्र, फूल तथा चंदन का लेप चढ़ाते देखा जा सकता है.

सावन के पवित्र महीने में शिवरात्रि  पर हरिद्वार के कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. शिवरात्रि एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व गहरा है. यह त्यौहार चंद्र मास के 14वें दिन मनाया जाता है. भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का प्रतीक है.

जुलाई और अगस्त के बीच पड़ने वाला यह पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित पूजा, उपवास और तीर्थयात्रा का समय होता है. इस बीच, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को कालिंदी कुंज सीमा पर नोएडा से दिल्ली की ओर कांवड़ियों की आवाजाही को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की.

इस एडवाइजरी के अलावा, कांवड़ियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए NH-58 देहरादून-दिल्ली हाईवे को 29 जुलाई से 2 अगस्त तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. हाईवे के दोनों तरफ की सड़कें कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी गई हैं.

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "कालिंदी कुंज सीमा पर नोएडा से दिल्ली की ओर कांवड़ियों की आवाजाही को देखते हुए, #DelhiTrafficPolice ने यात्रियों और कांवड़ियों की असुविधा को कम करने के लिए व्यापक यातायात व्यवस्था की है. कृपया यातायात सलाह का पालन करें." 

कांवड़ यात्रा जुलूस में कांवड़िए नदी से जल भरते हैं . इसे सैकड़ों किलोमीटर दूर ले जाकर भगवान शिव के मंदिरों में चढ़ाते हैं. कांवड़ यात्रा एक तीर्थयात्रा है जो 22 जुलाई से शुरू हुई है और 2 अगस्त को शिवरात्रि पर समाप्त होगी.