नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने दिल्ली में 10 नवंबर को हुए घातक कार विस्फोट मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता माधव खुराना को विशेष लोक अभियोजक (SPP) नियुक्त किया है। इस धमाके में 15 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। खुराना अब इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से ट्रायल और सभी कानूनी कार्यवाही का नेतृत्व करेंगे।
गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, खुराना तीन वर्ष की अवधि के लिए NIA विशेष अदालत और दिल्ली हाई कोर्ट में एजेंसी का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह नियुक्ति NIA अधिनियम, 2008 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 के तहत की गई है।
NIA ने इस मामले (RC-21/2025/NIA/DLI) में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी को मदद पहुंचाई थी। उमर ने 10 नवंबर को शाम 7 बजे लाल किले के पास चलती ह्यूंडई i20 कार में खुद को उड़ा लिया था।
NIA ने 25 नवंबर को फरीदाबाद के धौज निवासी सोयाब को गिरफ्तार किया, जिस पर उमर को आश्रय देने और उसके लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट जुटाने का आरोप है।
20 नवंबर को एजेंसी ने श्रीनगर में शाहीन सईद, डॉ. मु़ज़म्मिल शकील गनई (पुलवामा), डॉ. अदील अहमद राथर (अनंतनाग) और मुफ़्ती इरफ़ान अहमद वगई (शोपियां) को गिरफ्तार किया। शाहीन को हाल ही में फरीदाबाद ले जाकर घटनाक्रम का पुनर्निर्माण कराया गया, जहाँ से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ था।
इससे पहले NIA अमीर रशीद अली (जिसके नाम पर कार रजिस्टर्ड थी) और जासिर बिलाल वानी उर्फ दानिश (आतंकी को तकनीकी सहायता देने वाला) को भी गिरफ्तार कर चुकी है।
एजेंसी का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी से यह स्पष्ट हुआ है कि हमले के पीछे एक संगठित और बहु-स्तरीय आतंकी नेटवर्क काम कर रहा था। NIA कई राज्यों में सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए है और अब तक 73 गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है।
1 दिसंबर को NIA ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में आठ स्थानों पर छापे मारे।
26–27 नवंबर को NIA ने फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी और अन्य ठिकानों पर भी व्यापक तलाशी अभियान चलाया, जहाँ से भारी मात्रा में नकदी, विदेशी मुद्रा, सोना और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए।
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी अमीर दिल्ली आया था और उसी ने वह कार खरीदने में मदद की, जिसे बाद में आईईडी बम में बदला गया।
NIA ने पुष्टि की है कि विस्फोट में मारा गया चालक उमर, पुलवामा का निवासी और फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन विभाग का असिस्टेंट प्रोफेसर था। एजेंसी ने उसकी एक अन्य गाड़ी भी जब्त की है, जिसकी फॉरेंसिक जांच जारी है।
NIA दिल्ली पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, हरियाणा पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस आतंकी मॉड्यूल को पूरी तरह नष्ट करने के प्रयास में जुटी है।