आगरा
भारत की महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाने वाली अनुभवी ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा के घर पर दिवाली की रात जैसा जश्न मनाया गया।
दीप्ति ने रविवार की रात को खेले गए फाइनल में पहले 58 रन की शानदार पारी खेली और बाद में 39 रन देकर पांच विकेट लिए जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हरा दिया। उन्हें टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया।
जैसे ही भारत ने नवी मुंबई में फाइनल जीता, दीप्ति के परिवार के सदस्य और पड़ोसी जीत का जश्न मनाने के लिए उसके घर पर एकत्र हुए। उन्होंने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी।
दीप्ति के पिता भगवान शर्मा ने कहा कि जब उनकी बेटी ने विश्व कप ट्रॉफी उठाई तो यह उनके लिए बहुत गर्व का क्षण था।
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘यह एक ऐसा अहसास था जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हमने परिवार के साथ पूरा मैच देखा और अब हम दीप्ति के घर लौटने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। उसके घर पहुंचने पर हम उसकी इस उपलब्धि का खूब जश्न मनाएंगे। उसने हमारी उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन किया।’’
दीप्ति की मां सुशीला शर्मा ने कहा, ‘‘दीप्ति ने हमारे परिवार और पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उसकी सफलता का श्रेय उसके भाई सुमित को जाता है, जिसने उसे बचपन से ही क्रिकेट सिखाया। सुमित फाइनल देखने और अपनी बहन का उत्साह बढ़ाने के लिए मुंबई गया है। पूरे देश और हमारे परिवार को दीप्ति की सफलता पर गर्व है।’’
इस बीच अयोध्या में संतों ने विश्व कप में भारत की जीत के बाद मिठाइयां बांटी। फाइनल से एक दिन पहले टीम की जीत के लिए कई मंदिरों में विशेष प्रार्थना और हवन का आयोजन किया गया।
हनुमान गढ़ी मंदिर के एक साधु महेश्वर दास ने कहा, ‘‘हमने जीत के लिए प्रार्थना की। हमने भक्तों के बीच मिठाइयां बांटीं और हमारी महिला क्रिकेट टीम की शानदार जीत की सराहना की।‘‘