CRPF के वरिष्ठ अधिकारी Khaja Sajjanuddin को भावभीनी विदाई, 33 वर्षों की सेवा के बाद 31 दिसंबर को होंगे सेवानिवृत्त

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 27-12-2025
CRPF senior officer Khaja Sajjanuddin was given a heartfelt farewell; he will retire on December 31 after 33 years of service.
CRPF senior officer Khaja Sajjanuddin was given a heartfelt farewell; he will retire on December 31 after 33 years of service.

 

नई दिल्ली | सुरक्षा डेस्क

केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) मुख्यालय में एक गरिमामय समारोह के दौरान महानिदेशक CRPF के डीजी जी.पी. सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों ने खाजा सज्जनुद्दीन (Khaja Sajjanuddin), महानिरीक्षक (आईजी), सीटीसी मुधखेड़ को भावभीनी विदाई दी। खाजा सज्जनुद्दीन 31 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

01 जुलाई 1992 को CRPF में शामिल हुए खाजा सज्जनुद्दीन का करियर नेतृत्व, साहस और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल रहा है। तीन दशकों से अधिक की सेवा के दौरान उन्होंने देश के कई संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्वी राज्यों, वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित क्षेत्रों में सेवा दी, साथ ही CRPF की विशिष्ट CoBRA (कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) इकाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अपने शानदार सेवाकाल में उन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाज़ा गया, जिनमें प्रधानमंत्री का पुलिस महानिरीक्षक पदक (PMG – बार), मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस (MSM), विदेश सेवा पदक और संयुक्त राष्ट्र पदक शामिल हैं। संचालन के क्षेत्र में उनकी नेतृत्व क्षमता का प्रमाण यह है कि उन्होंने बेस्ट ऑपरेशनल बटालियन, बेस्ट CoBRA बटालियन और बेस्ट इकनॉमिक बटालियन का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।

एक कुशल प्रशिक्षक के रूप में भी खाजा सज्जनुद्दीन का योगदान उल्लेखनीय रहा। उन्होंने न केवल CRPF के जवानों को आधुनिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया, बल्कि नेपाल पुलिस और दिल्ली पुलिस को भी प्रशिक्षण देकर अंतर-एजेंसी सहयोग को मज़बूत किया।

विदाई समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके अनुकरणीय सेवाकाल, अनुशासन और मानवीय नेतृत्व की सराहना की। CRPF परिवार ने उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद स्वस्थ, सक्रिय और संतोषजनक जीवन की शुभकामनाएँ दीं।CRPF ने कहा कि खाजा सज्जनुद्दीन जैसे अधिकारी बल की रीढ़ होते हैं, जिनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।