"ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस नेता राजनीति कर रहे हैं": केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 08-06-2025
"Congress leaders are doing politics on Op Sindoor": Union Minister Anupriya Patel

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर पर कथित तौर पर राजनीति करने के लिए कांग्रेस नेताओं की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह मुद्दा राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.
 
पत्रकारों से बात करते हुए पटेल ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा मामला है. कांग्रेस नेता इस विषय पर बेवजह राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में जब भारत के संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेशी देशों का दौरा किया, तो उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख के लिए व्यापक समर्थन मिला.
 
उन्होंने कहा, "जिन देशों में हमारे सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया, उन्होंने न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति की सराहना की है, बल्कि यह भी स्पष्ट रूप से कहा है कि वे आतंकवाद के मोर्चे पर भारत के साथ खड़े हैं. पटेल ने दावा किया कि दुनिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया को मान्यता दी है.
 
उन्होंने कहा, "भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी और सोची-समझी कार्रवाई की है. आज दुनिया के सभी देश इससे प्रभावित हैं और इसकी सराहना कर रहे हैं, और हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक साथ खड़े होने की जरूरत है." उन्होंने एकता और राष्ट्रवाद के महत्व पर भी जोर दिया, खासकर अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के दौरान. पटेल ने कहा, "खासकर जब हम विदेशी धरती पर जाते हैं, तो हमें अपनी राय उसी तरह रखनी चाहिए जिस तरह से हमारी सरकार ने अपने देश का गौरव बढ़ाकर आतंकवाद से लड़ाई लड़ी है.
 
हमारे प्रतिनिधिमंडल ने अपना पक्ष रखा है." भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक भयानक आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. हमले के बाद, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से गोलाबारी की और साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन हमलों का प्रयास किया, जिसके बाद भारत ने एक समन्वित हमला किया और पाकिस्तान में 11 एयरबेसों में रडार बुनियादी ढांचे, संचार केंद्रों और हवाई क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाया. इसके बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त होने की सहमति की घोषणा की गई.