Congress hurt by omission of Mahatma Gandhi's name from Rural Employment Bill: Khurshid
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने शनिवार को कहा कि महात्मा गांधी का नाम हटाते हुए मनरेगा के स्थान पर सरकार द्वारा संसद में ‘विकसित भारत जी राम जी’ विधेयक पारित कराये जाने से उनकी पार्टी आहत है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपिता लोगों के दिलों में बसते हैं।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और नेशनल हेराल्ड मामले में नवीनतम घटनाक्रम पर कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत खुर्शीद ने यहां प्रेसवार्ता में कहा कि मनरेगा ‘‘हमारे और हमारे देश के लिए भावनात्मक पहलू है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मनरेगा महात्मा गांधी के व्यक्तित्व, उनकी महानता और उनके नाम से जुड़ा हुआ था। उन्होंने इसे हटा दिया है। सवाल उठता है कि इससे किसी को क्या लाभ मिलेगा और इससे कौन सा उद्देश्य हासिल होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गांधीजी भारत के लोगों के दिलों में हमेशा बने रहेंगे और उनका नाम मिटाया नहीं जा सकता। हमें दुख हुआ है, लेकिन कोई इसे (उनके प्रति प्यार को) कम नहीं कर सकता, इसे मिटा नहीं सकता। इसका जवाब जनता देगी।’’
खुर्शीद ने कहा कि मनरेगा के तहत किसी विशेष क्षेत्र के लोगों की मांगों के अनुसार 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी गई थी और यह योजना 20 वर्षों तक सफलतापूर्वक चली।