आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर से रामलीला मैदान तक दशहरा 'शोभायात्रा' में शामिल होने के मद्देनजर यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और जमीन से आसमान तक निगरानी रखी जा रही है.
गोरखपुर परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रेंज एस. चन्नप्पा ने स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और पंडालों में महिला आरक्षियों से जानकारी ली.
मुख्यमंत्री पारंपरिक रूप से भगवान श्रीराम की आरती के लिए रामलीला मैदान पहुंचने से पहले मानसरोवर मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं.
बृहस्पतिवार को निकलने वाली शोभायात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस ने ड्रोन-रोधी व्यवस्था तैनात की है, जबकि रास्ते में घरों की छतों और अंदर भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। संवेदनशील और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा.
दशहरा से पहले जुलूस का पूरा पूर्वाभ्यास और यातायात परिवर्तन किया जाएगा.
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) अभिनव त्यागी ने बताया कि "पूर्वाभ्यास के दौरान और दशहरा के दिन गोरखनाथ मंदिर की ओर चार पहिया वाहनों को जाने की अनुमति नहीं होगी."
पुलिस के अनुसार मूर्ति विसर्जन के लिए जिले में कुल 16 प्रमुख स्थलों की पहचान की गई है, जिनमें राजघाट पुल, महेसरा, डोमिनगढ़, छिवटा पुल, बड़हलगंज, गोला, गोर्रा घाट, बरहरा, मटियारा, गौरीघाट, रोहुआ घाट, तुर्रा नाला, आमी नदी (कौड़ीराम और चंदाघाट), जगतबेला, कसरौल और सिसई घाट शामिल हैं.