बंगाल में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लागू होगा सीएएः सुकांत मजूमदार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 06-07-2022
बंगाल में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लागू होगा सीएएः सुकांत मजूमदार
बंगाल में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लागू होगा सीएएः सुकांत मजूमदार

 

कोलकाता. पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बुधवार को विश्वास जताया कि केंद्र सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता (संशोधन) अधिनियम या सीएए को लागू करेगी.

मजूमदार ने बताया, ‘‘भाजपा के पास अपने वादों को निभाने का ट्रैक रिकॉर्ड है. हमने राम मंदिर बनाने का वादा किया था, हमने इसे किया है. सीएए हमारा लक्ष्य है, और हम इसे हासिल करेंगे. यह हमारा वादा है कि हम सीएए को लागू करेंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि सीएए 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लागू किया जाएगा.’’

उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई बार कह चुकी हैं कि वह राज्य में सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू नहीं होने देंगी.

बीजेपी के मुताबिक सीएए और एनआरसी से सीमा पार से अवैध घुसपैठ रुकेगी.

सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देना चाहता है, जिन्होंने 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश किया था. केंद्र ने कहा है कि पात्र लाभार्थियों को नागरिकता सीएए कानून के तहत नियम अधिसूचित होने के बाद ही दिया जाएगा.

मजूमदार ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा देवी काली के बारे में की गई टिप्पणियों से खुद को अलग नहीं कर सकती.

पश्चिम बंगाल भाजपा ने कहा, ‘‘टीएमसी महुआ मोइत्रा की टिप्पणियों से खुद को अलग नहीं कर सकती है. अगर टीएमसी वास्तव में इसका समर्थन नहीं करती है, तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए - उन्हें या तो उन्हें निष्कासित करना चाहिए या उन्हें कुछ दिनों के लिए पार्टी से निलंबित कर देना चाहिए.’’

मजूमदार ने महुआ मोइत्रा की गिरफ्तारी की भी मांग की.

सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘हमारी महिला मोर्चा धरना प्रदर्शन करेगी, पुलिस स्टेशन जाएगी और अनुरोध करेगी कि उसे (महुआ मोइत्रा) गिरफ्तार किया जाए.’’

महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को काली के बारे में अपने पहले के बयानों पर स्पष्टीकरण जारी किया था और कहा था कि उन्होंने ‘कभी भी किसी भी फिल्म या पोस्टर का समर्थन नहीं किया है या धूम्रपान शब्द का उल्लेख नहीं किया है’.

फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई द्वारा उनकी वृत्तचित्र ‘काली’ पर साझा किए गए एक पोस्टर पर एक बड़ा विवाद छिड़ गया. फिल्म के पोस्टर में एक पोशाक पहने एक महिला को दिखाया गया है, जिसमें देवी और धूम्रपान का चित्रण किया गया है. बैकग्राउंड में एलजीबीटी समुदाय का झंडा दिखाई दे रहा है.

मोइत्रा द्वारा की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए, सत्तारूढ़ टीएमसी ने हालांकि, टिप्पणियों से खुद को दूर कर लिया.

मोइत्रा ने मंगलवार को कहा, ‘‘हिंदू धर्म के भीतर, एक काली उपासक होने के नाते मुझे इस तरह से अपनी काली की कल्पना करने की आजादी है... यही मेरी आजादी है और मुझे नहीं लगता कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचनी चाहिए. मुझे आजादी है... जितना आपको अपने भगवान की पूजा करनी है.’’