नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में पार्टी के संगठनात्मक चुनावों की निगरानी के लिए ‘राज्य चुनाव अधिकारियों’ की नियुक्ति की है।इन राज्यों के लिए केंद्रीय मंत्रियों किरेन रिजिजू, हर्ष मल्होत्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भाजपा के संगठनात्मक चुनावों के लिए राष्ट्रीय रिटर्निंग अधिकारी के. लक्ष्मण ने एक बयान में बताया कि ये तीनों सांसद संबंधित राज्यों में पार्टी अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया के केंद्रीय प्रभारी होंगे।
इन नियुक्तियों के जरिए पार्टी के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया को गति मिलने की संभावना है। यह लंबे समय से चल रही प्रक्रिया नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के साथ संपन्न होगी, जो वर्तमान अध्यक्ष जे. पी. नड्डा का स्थान लेंगे। नड्डा फिलहाल केंद्रीय मंत्री भी हैं।
भाजपा के कुल 37 संगठनात्मक राज्य हैं, और राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने से पहले कम से कम 19 राज्यों में यह चुनावी प्रक्रिया पूरी होनी आवश्यक है। अब तक 14 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
हालांकि, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात जैसे प्रमुख राज्यों में अभी तक प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव नहीं हुआ है। इन राज्यों के लिए पार्टी ने जनवरी में ही राज्य चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति कर दी थी।
भाजपा के संविधान के तहत यह प्रक्रिया पिछले वर्ष सितंबर में सदस्यता अभियान के साथ शुरू हुई थी और इसे वर्ष की शुरुआत तक पूरा किया जाना था।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है। नड्डा ने जनवरी 2020 में पदभार संभाला था। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनावों के चलते उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था और वह तब तक पद पर बने रहेंगे जब तक नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो जाता।