विल्लुपुरम
तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई ने शुक्रवार को तिंडीवनम के पास पीएमके नेता डॉ. रामदास के थाइलापुरम आवास पर उनसे मुलाकात की। इस बैठक के बाद आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गठबंधन को लेकर अटकलें फिर से तेज हो गईं।
कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि गठबंधन का फैसला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है और इस मामले में केवल द्रमुक अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ही निर्णय ले सकते हैं। मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सेल्वापेरुन्थगई ने कहा, “गठबंधन को लेकर चर्चा क्यों हो? मैं केवल डॉ. रामदास से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आया था। राजनीति पर बात नहीं हुई।”
उन्होंने यह भी कहा कि द्रमुक के साथ कांग्रेस का गठबंधन अभी भी कायम है और 2026 के चुनाव में यह गठबंधन फिर से सरकार बनाने में सफल होगा। सेल्वापेरुन्थगई ने दोहराया कि गठबंधन को लेकर कोई निर्णय उनके स्तर पर नहीं बल्कि स्टालिन के द्वारा किया जाएगा।
इसके अलावा, उन्होंने मदुरै में मुरुगन अनुयायियों के सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई का अपमान करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और हिंदू मुन्नानी का कड़ा विरोध किया। उन्होंने विपक्षी दल अन्नाद्रमुक पर भी निशाना साधा और कहा, “अन्नाद्रमुक भाजपा के प्रभाव में आ चुका है। वे भाजपा की आलोचना करने या अन्ना का अपमान करने वालों की निंदा करने से भी डरते हैं।”
इस मुलाकात के बाद तमिलनाडु की राजनीति में आगामी गठबंधन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।