बिहार : मतदाता सूची पर विपक्ष के आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग ने दावों को बताया निराधार

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 10-07-2025
Bihar: Amidst opposition's allegations on voter list, Election Commission called the claims baseless
Bihar: Amidst opposition's allegations on voter list, Election Commission called the claims baseless

 

नई दिल्ली

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्षी दलों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बीच निर्वाचन आयोग ने बुधवार को स्थिति स्पष्ट की और कई विपक्षी नेताओं के बयानों को "बिल्कुल निराधार" बताया।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज कुमार झा द्वारा सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया था कि आयोग ने उन्हें इस मुद्दे पर मुलाकात के लिए समय नहीं दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आयोग ने स्पष्ट किया कि मनोज झा उनकी पार्टी के अधिकृत प्रतिनिधि नहीं हैं, और आयोग सिर्फ उन्हीं से मुलाकात करता है जिन्हें पार्टी की ओर से औपचारिक रूप से नामित किया गया हो।

आयोग ने बताया कि हाल ही में सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया गया था कि वे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए अपने प्रतिनिधियों के नाम साझा करें। लेकिन राजद ने मनोज झा को अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया, इसलिए समय न दिए जाने का सवाल ही नहीं उठता।

इसके साथ ही आयोग ने राजद नेता तेजस्वी यादव के उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि गहन पुनरीक्षण के चलते बिहार के करोड़ों मतदाता अपने मताधिकार से वंचित हो जाएंगे। आयोग ने बताया कि चार करोड़ से अधिक आवेदन फॉर्म मतदाताओं द्वारा भरे गए और सफलतापूर्वक वापस प्राप्त किए जा चुके हैं, जो इस प्रक्रिया की पारदर्शिता और भागीदारी को दर्शाता है।

निर्वाचन आयोग इन दिनों सोशल मीडिया पर #ECIFactCheck हैशटैग का इस्तेमाल कर रहा है, ताकि मतदाता सूची पुनरीक्षण से जुड़ी गलत सूचनाओं और अफवाहों का जवाब दिया जा सके।

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी आयोग की इस तथ्यान्वेषण प्रक्रिया का समर्थन करते हुए इसे सही दिशा में उठाया गया कदम बताया।