AYUSH Minister Jadhav said a big thing about yoga, gave credit to Prime Minister Modi
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निरंतर प्रयासों से पिछले 10 वर्षों में योग व्यक्तिगत स्वास्थ्य दिनचर्या से वैश्विक जन आंदोलन में तब्दील हो गया है और अब 170 से अधिक देशों में इसे उत्साह के साथ अपनाया जा रहा है.
जाधव ने 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ से पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में योग को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री को दिया. उन्होंने कहा, ‘‘योग को वैश्विक स्तर पर व्यापक रूप से अपनाए जाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया जा सकता है, जिन्होंने न केवल 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के विचार का प्रस्ताव रखा, बल्कि सर्वसम्मति से इसके लिये समर्थन प्राप्त करने के वास्ते व्यक्तिगत रूप से वैश्विक नेताओं से संपर्क भी किया.
जाधव ने कहा कि इस प्रस्ताव को 177 देशों ने सह-प्रायोजित किया तथा इसे रिकॉर्ड 75 दिनों के भीतर अंगीकार किया गया, जिससे यह संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में सबसे तेजी से पारित प्रस्तावों में से एक बन गया. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि तब से योग एक सांस्कृतिक सेतु के रूप में उभरा है, जो विभिन्न महाद्वीपों के लोगों को जोड़ता है तथा ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का वार्षिक आयोजन एक वैश्विक आंदोलन बन गया है.
उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर से लेकर प्रशांत महासागर के सुदूर द्वीपों तक, स्वास्थ्य और सद्भाव के उत्सव के रूप में अब योग के लिए चटाई बिछाई जा रही है. जाधव ने कहा कि योग की वैश्विक पहुंच सिर्फ औपचारिक नहीं है, बल्कि यह ठोस भी है तथा दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीतियों, आरोग्य कार्यक्रमों और स्कूल पाठ्यक्रमों में इसका एकीकरण बढ़ रहा है.
जाधव ने कहा, ‘‘एमडी और सर्जन सहित प्रमुख चिकित्सा पेशेवर अब जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार और रोग-निवारक तथा रोग-पश्चात दोनों ही स्थितियों में सुधार के लिए योग की सलाह देते हैं। इस बढ़ती स्वीकार्यता ने योग को एकीकृत स्वास्थ्य सेवा में एक पूरक साधन के रूप में स्थापित कर दिया है. उन्होंने बताया कि भारत में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं, जिसमें 100 दिवसीय उल्टी गिनती (काउन्टडाउन) कार्यक्रम भी शामिल है, जिसके तहत दिल्ली, भुवनेश्वर, नासिक और पुडुचेरी में हर 25 दिन पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि योग संगम, योग बंधन, योग पार्क, योग समावेश, योग प्रभाव, योग कनेक्ट, हरित योग, योग अनप्लग्ड, योग महाकुंभ और संयोग नाम से दस हस्ताक्षर कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है. मंत्री के मुताबिक, मुख्य कार्यक्रम 21 जून को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री के साथ पांच लाख से अधिक लोगों के योग करने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री समान योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) का नेतृत्व करेंगे.