ऐतिहासिक स्पेसएक्स मिशन से पहले एक्स-4 क्रू ने लॉन्च रिहर्सल पूरी की, इसमें भारत के शुभांशु शुक्ला भी शामिल

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 09-06-2025
Ax-4 crew completes launch rehearsal ahead of historic SpaceX mission featuring India's Shubhanshu Shukla
Ax-4 crew completes launch rehearsal ahead of historic SpaceX mission featuring India's Shubhanshu Shukla

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
स्पेसएक्स ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि एक्स-4 क्रू और स्पेसएक्स टीमों ने मंगलवार, 10 जून को निर्धारित प्रक्षेपण से पहले प्रक्षेपण दिवस की गतिविधियों का पूर्ण अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. स्पेसएक्स ने कहा, "एक्स-4 क्रू और स्पेसएक्स टीमों ने मंगलवार को प्रक्षेपण से पहले प्रक्षेपण दिवस की गतिविधियों का पूर्ण अभ्यास पूरा कर लिया है." 
 
भारत का प्रतिनिधित्व एक्स-4 मिशन के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कर रहे हैं, जिनकी घोषणा एक्सिओम स्पेस ने अपने एक्स हैंडल पर की है, साथ ही इसरो की स्वीकृति भी दी है. मिशन को मंगलवार, 10 जून को सुबह 8:22 बजे ईटी पर स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया है. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ने भी अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर आगामी मिशन को स्वीकार किया. एक्सिओम स्पेस के अनुसार, एक्स-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष यान में "वापसी का एहसास" कराएगा, जो 40 से अधिक वर्षों में प्रत्येक देश की पहली सरकारी प्रायोजित उड़ान होगी. 
 
हालांकि यह इन देशों के लिए इतिहास में दूसरा मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है, लेकिन यह पहली बार होगा जब तीनों ही देश अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मिशन को अंजाम देंगे. यह ऐतिहासिक मिशन इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे एक्सिओम स्पेस पृथ्वी की निचली कक्षा तक पहुँच को फिर से परिभाषित कर रहा है और वैश्विक स्तर पर राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रहा है.
 
एक्स-4 चालक दल में भारत, पोलैंड और हंगरी के सदस्य शामिल हैं, जो प्रत्येक देश के इतिहास में अंतरिक्ष स्टेशन के लिए पहला मिशन और 40 से अधिक वर्षों में दूसरा सरकार द्वारा प्रायोजित मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है, एक्सिओम स्पेस के अनुसार.
शुभांशु शुक्ला 1984 के बाद से अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री होंगे.
 
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) परियोजना के अंतरिक्ष यात्री स्लावोज़ उज़्नान्स्की 1978 के बाद से दूसरे पोलिश अंतरिक्ष यात्री होंगे. टिबोर कापू 1980 के बाद से दूसरे राष्ट्रीय हंगेरियन अंतरिक्ष यात्री होंगे. पैगी व्हिटसन अपने दूसरे वाणिज्यिक मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन की कमान संभालेंगी, जो एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री द्वारा अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक संचयी समय के लिए उनके स्थायी रिकॉर्ड में शामिल होगा.
 
एक्स-4 सरकार और ईएसए प्रायोजित राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्रियों से बना दूसरा वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ान मिशन होगा. एक्स-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए अवसर की किरण के रूप में खड़ा है, जिनमें से प्रत्येक अपने राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए इस मिशन का लाभ उठाने के लिए तैयार है. एक्स-4 अनुसंधान पूरक में यू.एस., भारत, पोलैंड, हंगरी, सऊदी अरब, ब्राजील, नाइजीरिया, यूएई और यूरोप भर के देशों सहित 31 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 60 वैज्ञानिक अध्ययन और गतिविधियाँ शामिल हैं. 
 
एक्सिओम स्पेस के अनुसार, यह अब तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर एक्सिओम स्पेस मिशन पर की गई सबसे अधिक शोध और विज्ञान से संबंधित गतिविधियाँ होंगी, जो मिशन के वैश्विक महत्व और कम-पृथ्वी कक्षा (LEO) में माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगी प्रकृति को रेखांकित करती हैं. 
 
मिशन यू.एस., भारत, पोलैंड (ईएसए के साथ साझेदारी में) और हंगरी के नेतृत्व में वैज्ञानिक पोर्टफोलियो पर जोर देता है. इसका उद्देश्य विविध हितधारकों को शामिल करके, माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान के मूल्य को प्रदर्शित करके और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देकर इन देशों में भागीदारी को बढ़ावा देना है. इन अध्ययनों से मानव अनुसंधान, पृथ्वी अवलोकन, तथा जीवन, जैविक और भौतिक विज्ञानों में वैश्विक ज्ञान में वृद्धि होगी, तथा चालक दल के गृह देशों की अंतरिक्ष अनुसंधान क्षमताओं का प्रदर्शन होगा.