मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
‘‘ जब मुल्क को तोड़ने की कोशिशें हो रही हैं, ऐसे दौर में आवाज द वाॅयस एक साल से पूरी मेहनत, ईमानदारी के साथ, एक न्यूज चैनल की शक्ल में, एक मीडिया की शक्ल में अपना रोल बखूबी निभा रहा है. मुल्क की गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ावा देने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है.’’
यह कहना है, आल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के सदर एवं अजमेर के ख्वाजा गरीबनवाज मुइनुद्दीन चिश्ती रह. के सज्जादानशीं के जानशीन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती का.
उन्होंने अपने एक संदेश में ‘आवाज द वाॅयस’ के एक साल पूरे होने पर दिली मुबारकबाद पेश.
सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती ने अपने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ देश में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. कुछ आर्गेनाइजेशन, कुछ सेल्फ इंस्ट्रेस्डेट पीपुल्स हैं, जो मजहबी नफरत फैलाने में लगे हैं. ऐसे लोग ही मुल्क का भाईचारा बिगाड़ रहे हैं.’’
उन्होंने आगे कहा, ’’ ऐसे दौर में आवाज द वाॅयस पिछले एक साल से, पूरी मेहनत, ईमानदारी के साथ, एक न्यूज चैनल की शक्ल में, एक मीडिया के तौर पर अपना रोल बखूबी निभा रहा है.’’
उन्होंने आवाज द वाॅयस के एक साल पूरा होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ पूरा एक साल उनकोे होने जा रहा है. मैं इसके लिए आल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल की तरफ से, अजमेर के सज्जादानशीन, ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन चिश्ती की तरफ से उन्हें बहुत-बहुत मुकारकबाद देता हूं. अल्लाह ताला उन्हें अजीम मकसद में कामयाबी अता फरमाए.’’
उन्होंने आग उगलने वाले मौजूदा मीडिया की ओर से इशारा करते हुए अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मुल्क में आज ऐसे न्यूज चैनल की सख्त जरूरत है, जो मुल्क का ताना-बाना, मुल्क को साथ लेकर चले, मोहब्बत और अमन का पैगाम लेकर चले और उन लोगों के खड़ा हो जो मुल्क को तोड़ने की कोशिश में लगे रहते हैं.’’
आवाज द वाॅयस के मजबूत होने से देश-समाज को होगा लाभ : मुफ्ती मुकर्रम
आवाज द वाॅयस की पहली सालगिरह पर बधाई देते हुए फतेहपुरी मस्जिद, दिल्ली के इमाम मौलाना मुफ्ती मोहम्मद मुकर्रम अहमद ने कहा कि इसने एक साल में एकता, आपसी प्रेम, सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रवाद की भावना से पत्रकारिता कर मिसाल कायम की है.
उन्होंने कहा,‘‘ आज के परिवेश में अगर कोई अपने मन की बात कहे या अपने देश और देश की बात निष्पक्षता से करे तो बहुत अच्छी बात है.’’
उन्हांेने आवाज द वाॅयस के लिए दुआ करते हुए कहा, ‘‘ यह अच्छी तरह विकसित हो, इसका दायरा व्यापक हो और लोगों का इसमें विश्वास मजबूत हो. इससे देश के साथ समाज को भी फायदा होगा.