असमः कांग्रेस ने विधायक अब्दुर रशीद मंडल को कारण बताओ जारी किया नोटिस

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 28-04-2024
Abdur Rashid Mandal
Abdur Rashid Mandal

 

गुवाहाटी. असम कांग्रेस ने रविवार को अपने विधायक अब्दुर रशीद मंडल को उनकी कथित ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने विधायक से कल (29 अप्रैल) तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा, जिसमें बताया गया कि उनकी ष्पार्टी विरोधी गतिविधियोंष् के लिए उनके खिलाफ ‘अनुशासनात्मक कार्रवाई’ क्यों नहीं की जानी चाहिए.

नोटिस में कहा गया है, ‘‘संतोषजनक स्पष्टीकरण देने में विफल रहने या ऐसी गतिविधियों को जारी रखने पर उचित और कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है.’’

नोटिस के मुताबिक, ‘‘माननीय अध्यक्ष असम पीसीसी को यह सूचित किया गया है कि आप आगामी लोकसभा चुनावों में हमारे कांग्रेस उम्मीदवार श्री रकीबुल हुसैन को कमजोर करने के लिए जानबूझकर जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर के पार्टी संगठनों को प्रभावित करने का प्रयास करके पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगे हुए हैं. इस तरह की हरकतें ये न केवल पार्टी के हितों के लिए हानिकारक हैं, बल्कि पार्टी के अनुशासन और अखंडता के सिद्धांतों का भी उल्लंघन करते हैं. हमारे उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाने के आपके प्रयास सीधे तौर पर हमारी पार्टी के उद्देश्यों और मूल्यों के विपरीत हैं, कांग्रेस के एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में, पार्टी को बनाए रखना आपका कर्तव्य है. सभी चुनावी प्रयासों में इसकी सफलता के लिए हित और कार्य.’’

अब्दुर रशीद मंडल गोलपारा जिले के गोलपारा पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक हैं. असम में 10 लोकसभा क्षेत्रों में पहले दो चरण का मतदान 19 और 26 अप्रैल को हुआ था. राज्य के चार लोकसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा.

भाजपा 14 में से 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां, असम गण परिषद (एजीपी), क्रमशः दो सीटों (बारपेटा और धुबरी) और यूपीपीएल एक सीट (कोकराझार) पर चुनाव लड़ रही हैं.

2014 में बीजेपी ने असम की 14 में से सात सीटें हासिल की थीं. कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) दोनों ने तीन-तीन सीटें जीतीं. 2019 के चुनावों में, भाजपा ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाकर नौ कर ली, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ तीन सीटें जीतीं और एआईयूडीएफ ने एक सीट जीती.

 

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