एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल आतंक और दंगे रोकने के लिए एक सक्रिय कदमः अमित शाह

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 01-12-2022
अमित शाह
अमित शाह

 

आवाज-द वॉयस / अहमदाबाद

गुजरात में ‘एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल’ बनाने के पीछे के तर्क पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि यह एक सक्रिय कदम है जो, आतंकवाद और दंगों को नियंत्रित करेगा. विशेष रूप से, भाजपा ने अपने घोषणापत्र में राज्य में फिर से सत्ता में आने पर आतंकवादी संगठनों और भारत विरोधी ताकतों के संभावित खतरों और स्लीपर सेल की पहचान करने और उन्हें खत्म करने के लिए एक एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल बनाने का वादा किया है.

अहमदाबाद के साणंद में रोड शो करते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘‘एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल एक सक्रिय कदम है, किसी घटना के होने के बाद उसकी निगरानी करना एक बात है और इसे न होने देना दूसरी बात है. अगर हम कट्टरता को नियंत्रित करते हैं, तो आतंकवाद और दंगे नियंत्रित होंगे.’’ गृह मंत्री का रोड शो तब हो रहा है, जब राज्य में 182में से 89सीटों पर पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है. रोड शो में गृह मंत्री के साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ‘किसी भी संभावित खतरे’ की पहचान करने के लिए एक एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल बनाने का वादा किया था.

नड्डा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र, संकल्प पत्र जारी करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम गुजरात में संभावित खतरों, आतंकवादी संगठनों और भारत विरोधी ताकतों के स्लीपर सेल की पहचान करने और उन्हें खत्म करने के लिए एक एंटी-रेडिकलाइजेशन सेल बनाएंगे.’’

भाजपा ने गुजरात में अपने चुनाव प्रचार में आतंकवाद और सांप्रदायिक दंगों के मुद्दों को उजागर किया है. 26नवंबर को, केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा था कि गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्य में शांति स्थापित की और 2002में असामाजिक तत्वों या दंगाइयों को ‘सबक सिखाया’ और कहा कि पहले दंगों और हिंसा की घटनाएं गुजरात में आम थीं, क्यों कि कांग्रेस पार्टी ने इसे प्रोत्साहित किया.

इस बीच, कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 19जिलों में फैले 89निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है. कुल 2,39,76,670मतदाता जो आज शाम 5बजे तक अपना वोट डालेंगे, वे 788उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे जो पहले चरण के लिए मैदान में हैं.

विशेष रूप से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2001से 2014तक गुजरात के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं. 2017के गुजरात चुनावों में, भाजपा की कुल 182सीटों में से 99सीटों पर जीत दर्ज की गई थी. पार्टी पिछले 27वर्षों से सत्ता में है और नरेंद्र मोदी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं.

इस बार, पीएम मोदी, अमित शाह और सीआर पाटिल के नेतृत्व में पार्टी अपनी सबसे बड़ी सीट 140 से अधिक हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. राज्य लंबे समय से भाजपा का गढ़ रहा है और पार्टी ने सातवें कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी पर अपनी नजरें गड़ा दी हैं. गुजरात राज्य में 182 विधानसभाएं हैं, 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा. चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे.