अमृतसर (पंजाब)
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पंजाब के अमृतसर जिले के मुगलानी कोट गांव में शनिवार सुबह एक खेत से अज्ञात प्रक्षेप्य के टुकड़े और मलबा बरामद किया गया। घटनास्थल की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि मलबा खुले कृषि क्षेत्र में बिखरा हुआ था और आसपास की ज़मीन जल चुकी थी।
गांव के सरपंच गुरसाहिब सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "यह सब सुबह करीब पांच बजे हुआ। हमें एक तेज़ धमाके की आवाज़ सुनाई दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचने पर खेत में जले हुए टुकड़े मिले। सौभाग्य से कोई घायल नहीं हुआ है।"
एक अन्य ग्रामीण ने बताया, "हमने अचानक एक बड़ा धमाका सुना। ऐसा लगा जैसे कोई ड्रोन गिरा हो। नुकसान बहुत ज़्यादा नहीं हुआ लेकिन डर ज़रूर फैल गया है।" एक तीसरे ग्रामीण ने कहा, "ड्रोन के टुकड़े आसपास बिखरे पड़े थे। यह जो कुछ कर रहे हैं, वह बिल्कुल गलत है। लेकिन हम डरने वाले नहीं, इसका जवाब ज़रूर देंगे।"
इससे पहले शुक्रवार रात जालंधर के ग्रामीण क्षेत्र कंगनीवाल गांव में ड्रोन हमले में एक घर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। स्थानीय महिला सुरजीत कौर ने बताया, "हमारे घर के ऊपर अचानक एक लाल रोशनी चमकी और जोरदार धमाका हुआ। आसपास अंधेरा छा गया और पानी की टंकी फट गई। हम सभी डर के मारे घर से बाहर निकल आए।"
इन हमलों के बीच भारत ने भी कड़ा जवाब देते हुए शनिवार तड़के पाकिस्तान के कम से कम चार सैन्य एयरबेसों को निशाना बनाया। सूत्रों के अनुसार, ये कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा भारत के 26 स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में की गई है।
रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि पाकिस्तान की ओर से बारामुल्ला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, पठानकोट, फिरोजपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और भुज समेत कुल 26 स्थानों पर संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन देखे गए हैं। फिरोजपुर में एक नागरिक क्षेत्र पर हमले में एक स्थानीय नागरिक घायल हुआ, जिसे त्वरित चिकित्सा सहायता दी गई है।
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि "सभी हवाई खतरों पर काउंटर-ड्रोन सिस्टम के जरिए निगरानी और कार्रवाई की जा रही है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे घरों में रहें, अफवाहों से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सतर्क रहें, लेकिन घबराएं नहीं।"