आईपीएस अधिकारी की ‘आत्महत्या’ विवाद के बीच बड़ी कार्रवाई: डीजीपी शत्रुजीत कपूर पद से कार्यमुक्त

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 15-12-2025
Amidst the controversy surrounding the IPS officer's 'suicide', a major action has been taken: DGP Shatrujeet Kapoor has been relieved of his duties.
Amidst the controversy surrounding the IPS officer's 'suicide', a major action has been taken: DGP Shatrujeet Kapoor has been relieved of his duties.

 

चंडीगढ़

आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की कथित संदिग्ध आत्महत्या मामले को लेकर बढ़ते विवाद के बीच हरियाणा सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद से कार्यमुक्त कर दिया है। कपूर को दो महीने पहले छुट्टी पर भेजा गया था, जिसके बाद से उनकी भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे थे।

सरकार द्वारा रविवार को जारी आदेश में कहा गया कि कपूर की अनुपस्थिति में राज्य पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे ओ. पी. सिंह को अब अगले आदेश तक कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया जाता है। सिंह अभी राज्य पुलिस बल के शीर्ष पद की देखरेख कर रहे हैं, लेकिन उनकी सेवा अवधि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है। ऐसे में सरकार को नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की सूची संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को भेजनी पड़ सकती है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को डीजीपी पद से हटाए जाने के बावजूद हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन, पंचकूला के चेयरमैन पद का दायित्व सौंपा गया है। अगस्त 2023 में राज्य पुलिस प्रमुख बनाए गए कपूर का कार्यकाल विवादों में रहा, विशेष रूप से पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के बाद उठे सवालों के चलते।

वाई. पूरण कुमार, जो एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी थे, की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत ने राज्य राजनीतिक माहौल और पुलिस विभाग—दोनों में नई हलचल पैदा कर दी है। विपक्ष ने पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि सरकार इस मामले में पारदर्शिता बरतने का दावा कर रही है।

डीजीपी पद से कपूर की रिहाई और सिंह की तात्कालिक नियुक्ति को प्रशासनिक स्थिरता लाने और विभागीय विश्वास बहाल करने की दिशा में उठाए गए अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है।