ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ और एमएसओ ने की इज़राइल फ़िलिस्तीन संघर्ष में हिंसा की निंदा

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 12-10-2023
All India Pasmanda Muslim Mahaz and MSO condemn violence in Israel Palestine conflict
All India Pasmanda Muslim Mahaz and MSO condemn violence in Israel Palestine conflict

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
इजराइल हमास जंग की ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ संगठन और एमएसओ ने कड़े शब्दों में निंदा की और सभी से अपील की कि सोशल मीडिया पर संवेदनशील और खतरनाक सामग्री पोस्ट करने से दूर रहें, जिससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है जो हमारे राष्ट्रीय हित के खिलाफ है.

इजरायल और फिलिस्तीन के संगठन हमास के बीच शुरू हुई जंग तेज हो गई है. इसपर ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ संगठन ने अपनी प्रतिक्रिया जारी की. संगठन की ओर से कहा गया कि '"इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी युद्ध में काफी संख्या में आम नागरिकों के मारे जाने की सूचनाएं मिल रही हैं
. जो कि अत्यंत दुखद है. मारे गए लोगों के प्रति ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज शोक संवेदना प्रकट करता है. हम किसी भी प्रकार की हिंसा के पक्षधर नहीं है. संगठन का मानना है मौजूदा विवाद का हल बात-चीत से होना चाहिए."
 
ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद यूनुस, राष्ट्रीय अध्यक्ष परवेज़ हनीफ, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव मारूफ अंसारी ने संगठन के सभी सदस्यों की और से कहा कि "क्योंकि ये मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है अतः भारत सरकार की देश हित में जो भी रणनीति होगी, ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़ उसका समर्थन करेगा."
 
वहीं एमएसओ राष्ट्रीय परिषद ने इजराइल हमास जंग की कड़ी निंदा की और कहा कि "भारत का मुस्लिम छात्र संगठन निर्दोष नागरिकों पर हिंसा और हमलों, महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाने की घटना से बहुत चिंतित है और इसकी निंदा करता है. हम इस बात को रेखांकित करते हैं कि हिंसा की कार्रवाई और उससे जुड़ी घटनाओं से अब कोई फायदा नहीं होगा और हम सभी पक्षों से संयम से काम लेने और आवेगपूर्ण कदमों से बचने का आह्वान करते हैं."
 
एमएसओ (Muslim Students Organization Of India) का मानना है कि दोनों देशों को समाधान पर फिर से बातचीत की जरूरत है और निर्दोष नागरिकों पर हमास के हालिया हमले की निंदा की, इस्लाम ने कभी भी इस तरह के बर्बर और अमानवीय कृत्य की अनुमति नहीं दी.
 
एमएसओ (भारत के मुस्लिम छात्र संगठन) कहता है कि हम यह भी पुष्टि करते हैं कि जो फ़िलिस्तीनी विस्फोट हुआ, वह अल-अक्सा मस्जिद पर इज़रायली कब्जे के लगातार हमले, फ़िलिस्तीनी भूमि पर कब्ज़ा और फ़िलिस्तीनी भावनाओं को भड़काने का परिणाम है.