नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) – गोवा के अरपोरा स्थित नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में छह दिसंबर को लगी आग और 25 लोगों की मौत के मामले में नाइटक्लब के सह-मालिक अजय गुप्ता बुधवार को दिल्ली अपराध शाखा के वसूली एवं अपहरण रोधी प्रकोष्ठ में पेश हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह इस व्यवसाय में “केवल एक साझेदार” हैं।
मास्क पहने और चेहरे के अधिकांश हिस्से को ढके गुप्ता ने सनलाइट कॉलोनी स्थित अपराध शाखा कार्यालय में प्रवेश करते समय यह संक्षिप्त टिप्पणी की। इसके बाद उन्हें चिकित्सा जांच के लिए एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। जांच पूरी होने के बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड के लिए साकेत अदालत में पेश किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि गुप्ता छह दिसंबर की रात के बाद से जांचकर्ताओं की पहुँच से बच रहे थे। गोवा पुलिस ने दिल्ली में पहली बार उनकी तलाश में नाकामी के बाद उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया था। बाद में गुप्ता को लाजपत नगर के एक निजी अस्पताल में पाया गया, जहाँ उन्होंने रीढ़ की हड्डी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला दिया था। चिकित्सकीय जांच के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।
गोवा पुलिस ने अब तक नाइटक्लब के पांच अन्य स्टाफ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया, गेट प्रबंधक रियांशु ठाकुर और कर्मचारी भरत कोहली शामिल हैं। वहीं, नाइटक्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा घटना के बाद भारत छोड़कर भाग गए हैं और उनके खिलाफ इंटरपोल ने ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी किया है।
सूत्रों के अनुसार, अजय गुप्ता से गोवा में क्लब के प्रबंधन, परिचालन और अग्नि सुरक्षा नियमों के पालन के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाएगी। अधिकारी इस बात की भी जांच करेंगे कि क्या सुरक्षा मानकों की अनदेखी हुई और किस हद तक गुप्ता की जिम्मेदारी थी।
यह घटना गोवा और देशभर में नाइटक्लब सुरक्षा और आग रोकने के नियमों पर नई बहस को जन्म दे चुकी है।