बीड
मराठा नेता मनोज जारंगे ने बीड जिले में मसाजोग सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच की धीमी गति को लेकर महाराष्ट्र सरकार की कड़ी आलोचना की है।जारंगे ने सोमवार को मसाजोग गांव में देशमुख के परिवार से मुलाकात की। यह दिन देशमुख की हत्या की पहली बरसी थी। उनकी हत्या ने पिछले दिसंबर महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया था और इस मामले से जुड़ी जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार होने के बाद एनसीपी मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी और इस्तीफा भी हुआ था।
जारंगे ने चेतावनी दी कि यदि आरोपियों को छोड़ दिया गया, तो बीड जिले और पूरे महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के तहत आंदोलन तेज हो सकता है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देशमुख के परिवार को यह आश्वासन दिया था कि आरोपियों को एक साल के भीतर फांसी की सजा दी जाएगी, लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि जांच को लंबा खींचा जा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी कृष्णा अंधाळे अब भी फरार है और उसे पकड़ने में पुलिस असफल रही है।संतोष देशमुख की हत्या 9 दिसंबर 2024 को हुई थी। आरोप है कि उनकी हत्या जिले की एक पवन ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने के कारण की गई थी।
जारंगे ने अधिकारियों से आग्रह किया कि जांच तेज़ी से पूरी की जाए और दोषियों को जल्द सजा दिलाई जाए, ताकि जनता का विश्वास न्याय व्यवस्था पर बना रहे। उन्होंने कहा कि न्याय के प्रति लंबी देरी से समाज में असंतोष और अव्यवस्था फैल सकती है।
मराठा नेता ने स्थानीय प्रशासन से भी अपील की कि मामले में पारदर्शिता बरती जाए और हर पक्ष के परिवार के प्रति संवेदनशीलता दिखाई जाए।