विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद जुबिन गर्ग की मौत मामले में निश्चित आधार मिला: हिमंत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 13-10-2025
After receiving the viscera report, we have found definite ground in Zubin Garg's death case: Himanta
After receiving the viscera report, we have found definite ground in Zubin Garg's death case: Himanta

 

गुवाहाटी

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को कहा कि विसरा रिपोर्ट (Visera report) मिलने के बाद, अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में अब एक स्पष्ट आधार मिल गया है। उन्होंने यह भी कहा कि कथित तौर पर गर्ग के अंतिम पलों के चार गवाह और अन्य असमी प्रवासी सोमवार को गुवाहाटी पहुंचेंगे और सीआईडी के सामने बयान दर्ज कराएँगे।

मुख्यमंत्री ने एक फेसबुक लाइव सत्र में कहा,“दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला (CFL) ने हमें विसरा रिपोर्ट दे दी है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि अब सीआईडी को मामले में एक निश्चित आधार मिल गया है। कुछ ही दिनों में जुबिन गर्ग (मौत मामले) का पूरा घटनाक्रम अदालत के सामने पेश किया जाएगा।”

गौरतलब है कि प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मौत हो गई थी। वे चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में हिस्सा लेने सिंगापुर गए थे।

उनके मृत शरीर का पहला पोस्टमार्टम सिंगापुर में किया गया। बाद में, 23 सितंबर को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (GMCH) में एक और पोस्टमार्टम किया गया, और विसरा का नमूना CFL को विस्तृत जांच के लिए भेजा गया था।

सीआईडी के विशेष डीजीपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने पहले बताया था कि विसरा रिपोर्ट प्राप्त हो गई है और अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट GMCH को सौंप दी गई है।

जुबिन की पत्नी गरिमा ने 4 अक्टूबर को पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट लौटाई थी और कहा था कि यह उनका "निजी दस्तावेज" है, और इसे सार्वजनिक करना जांचकर्ताओं का निर्णय है।

पुलिस ने उन 10 व्यक्तियों को समन भेजे थे जो असम एसोसिएशन सिंगापुर से जुड़े हैं, क्योंकि वे 6 अक्टूबर तक जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। अब तक, सिंगापुर से केवल एक व्यक्ति, रुमकमल कलिता, सीआईडी समक्ष उपस्थित हुआ और उससे 24 घंटे से अधिक समय पूछताछ की गई।

मुख्यमंत्री हिमंत ने उन अन्य लोगों को चुनौती दी है कि वे जुबिन गर्ग के लिए आएँ — “हर असमिया की पहचान और दिल की धड़कन” — और यह उनकी कानूनी व नैतिक ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि वे नहीं आएँगे, तो सीआईडी कानूनी मार्ग अपनाएगी और बयान दर्ज होने के बाद मामला अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा।

इससे पहले, पूर्वोत्तर भारत महोत्सव के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, और बैंड सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामीअमृत प्रभा महंत को गिरफ्तारी भी हो चुकी है।