ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद भारत में लहराया राष्ट्रवाद का परचम, सोशल मीडिया पर ‘जय हिंद’ की गूंज

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 07-05-2025
Jai Hind, Bharat Mata Ki Jai: Ministers Applaud Military Action Against Terror Bases
Jai Hind, Bharat Mata Ki Jai: Ministers Applaud Military Action Against Terror Bases

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली

भारत ने 7 अप्रैल की मध्य रात्रि के बाद पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर सटीक हमले किए. इस सैन्य कार्रवाई के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स "जय हिंद" और "भारत माता की जय" के संदेशो से भर चुका है. 
 
 
केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने "ऑपरेशन सिंदूर" की सराहना की और लिखा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों पर केंद्रित हमले की घोषणा की गई. नौ स्थानों पर हमले कश्मीर के पहलगाम में हुए नरसंहार का बदला थे, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
 
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और हिमंत बिस्वा सरमा ने भी पोस्ट किए.
 
"ऑपरेशन सिंदूर" की घोषणा करते हुए, सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "न्याय हुआ".
 
सेना और वायु सेना के संयुक्त अभियान के बारे में कुछ विवरण देते हुए बयान में कहा गया, "पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ #आतंकवादी बुनियादी ढांचे स्थलों पर लक्षित हमले किए गए, जिसमें सीमा पार आतंकी योजना की जड़ों को निशाना बनाया गया."
 
 
 
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया, "#OperationSindoor"
 
 
सेना और सरकार की ओर से बयान जारी होने के कुछ ही देर बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सबसे पहले "भारत माता की जय" पोस्ट करने वालों में से थे.
 
भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया (सेवानिवृत्त) ने कहा, "पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया है.
 
पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी स्थलों और उनके बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है.
 
चुने गए सभी लक्ष्य आतंकवादी नेटवर्क से संबंधित हैं और कोई भी सैन्य लक्ष्य नहीं था... आतंकवादियों और उनके समर्थकों को अकल्पनीय सजा देने के प्रधानमंत्री मोदी के समग्र निर्देशों के बाद पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण और बर्बर हमले का बदला लिया गया है..."
 
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाबी कार्रवाई के लिए सशस्त्र बलों को खुली छूट दे दी है. 
 
पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए गए. उन्होंने कहा कि भारत आतंकवादियों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ "दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई" करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत न्याय की मांग में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.
 
उन्होंने कहा, "हम हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेंगे, उनका पता लगाएंगे और उन्हें दंडित करेंगे. हम उन्हें धरती के छोर तक खदेड़ेंगे." पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री मोदी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति या सीसीएस, रक्षा और गृह मंत्रालय के अधिकारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ नियमित बैठकें कर रहे हैं, जिससे सैन्य कार्रवाई की अटकलें तेज हो गई हैं.
 
जवाबी कार्रवाई में सरकार का मजबूती से समर्थन करने वाले विपक्ष ने सशस्त्र बलों को सलाम किया. राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव ने एक्स पर पोस्ट किया, "जय हिंद, जय हिंद की सेना."