नई दिल्ली
भारत के 2008 बीजिंग ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट शूटर अभिनव बिंद्रा ने बुधवार को अपने बचपन के कोच लेफ्टिनेंट कर्नल जे.एस. ढिल्लों के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। बिंद्रा ने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए ढिल्लों को अपनी सफलता का मूल आधार बताया।
बिंद्रा ने कहा:बिंद्रा ने अपने कोच को जीवन में अनुशासन, मेहनत और दृढ़ संकल्प का मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि ढिल्लों के मार्गदर्शन ने उनके करियर को आकार दिया और कठिनाइयों में उन्हें धैर्य बनाए रखने की सीख दी। बिंद्रा ने कहा, "उन्होंने कभी सफलता का वादा नहीं किया, लेकिन हमेशा कहा कि अगर मैं प्रक्रिया के प्रति ईमानदार रहूं और हर दिन अपना सर्वोत्तम दूँ, तो परिणाम अपने आप आएंगे।"
बिंद्रा ने अपने संदेश में कहा कि उनके करियर की सफलता में ढिल्लों की शिक्षाओं का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और कहा कि ढिल्लों ने कई जीवनों को आकार दिया और उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
ओलंपिक टॉर्च रिले में भागीदारी
इस बीच, बिंद्रा को 2026 विंटर ओलंपिक टॉर्च रिले के लिए टॉर्च-बेयरर चुना गया है। उन्होंने अपने प्रशंसकों को यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। भारत के पहले व्यक्तिगत गोल्ड मेडलिस्ट के रूप में बिंद्रा ने यह सम्मान हासिल किया है।यह पहली बार नहीं है जब बिंद्रा ओलंपिक टॉर्च रिले में शामिल हुए हैं। उन्होंने पिछले वर्ष पेरिस ओलंपिक में भी टॉर्च-बेयरर के रूप में भाग लिया था।