आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली/मुंबई
भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का क्षण है। निर्देशक नीरज घेवान की बहुचर्चित फिल्म ‘होमबाउंड (Homebound)’ को ऑस्कर 2026 के लिए बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म श्रेणी में शॉर्टलिस्ट कर लिया गया है। यह फिल्म अब 98वें अकादमी अवॉर्ड्स के अंतिम नामांकन की दौड़ में शामिल हो चुकी है।
अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज़ (AMPAS) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दुनिया भर के 86 देशों और क्षेत्रों से भेजी गई फिल्मों में से केवल 15 फिल्मों को अगले चरण की वोटिंग के लिए चुना गया है। इन्हीं 15 फिल्मों में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि ‘होमबाउंड’ भी शामिल है, जिसने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारतीय सिनेमा की मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

भारत की उम्मीद बनी ‘होमबाउंड’
ईशान खट्टर और विशाल जेठवा अभिनीत यह फिल्म बचपन के दो दोस्तों — शोएब और चंदन — की कहानी है, जिनका साझा सपना पुलिस बल में शामिल होने का होता है। यह सपना उनकी दोस्ती, फैसलों और जीवन की दिशा को गहराई से प्रभावित करता है। फिल्म में जान्हवी कपूर की मौजूदगी कहानी को भावनात्मक गहराई प्रदान करती है। ‘होमबाउंड’ सिर्फ दो दोस्तों की कहानी नहीं है, बल्कि यह आज के युवा भारत के सामने खड़े दबावों, सपनों, सामाजिक सच्चाइयों और कर्तव्य-बोध को संवेदनशीलता के साथ पेश करती है।
ऑस्कर की दौड़ में मजबूत अंतरराष्ट्रीय मुकाबला
भारत की ‘होमबाउंड’ को जिन फिल्मों के साथ शॉर्टलिस्ट किया गया है, उनमें अर्जेंटीना की ‘बेलेन’, ब्राज़ील की ‘द सीक्रेट एजेंट’, फ्रांस की ‘इट वॉज़ जस्ट एन एक्सीडेंट’, जर्मनी की ‘साउंड ऑफ फॉलिंग’ सहित कई चर्चित अंतरराष्ट्रीय फिल्में शामिल हैं। इन सभी फिल्मों को विश्व सिनेमा के बेहतरीन उदाहरणों में गिना जा रहा है, ऐसे में ‘होमबाउंड’ का इस सूची में स्थान बनाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

धर्मा प्रोडक्शंस ने जताया आभार
फिल्म की निर्माता कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस ने इस उपलब्धि की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए खुशी जाहिर की। इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा गया,“‘होमबाउंड’ को 98वें अकादमी अवॉर्ड्स में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। हमें दुनिया भर से मिले अपार प्रेम और समर्थन के लिए हम दिल से आभारी हैं।”यह पोस्ट सामने आते ही फिल्म इंडस्ट्री और प्रशंसकों की ओर से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया।
आगे की प्रक्रिया क्या होगी?
AMPAS के अनुसार, अब नामांकन चरण में अकादमी के सभी विभागों के सदस्य स्वेच्छा से इस श्रेणी में वोटिंग के लिए भाग ले सकते हैं। शर्त यह है कि उन्हें शॉर्टलिस्ट की गई सभी 15 फिल्मों को देखना अनिवार्य होगा, इसके बाद ही वे अपने वोट डाल सकेंगे। अंतिम नामांकन की घोषणा के साथ यह तय होगा कि कौन-सी फिल्में ऑस्कर की अंतिम दौड़ में पहुंचेंगी।
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में पहले ही बटोर चुकी है तारीफें
‘होमबाउंड’ ने ऑस्कर शॉर्टलिस्ट से पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत छाप छोड़ी है। इस फिल्म का प्रीमियर कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 के प्रतिष्ठित Un Certain Regard सेक्शन में हुआ था, जहां इसे आलोचकों और दर्शकों से खास सराहना मिली। इसके बाद टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (TIFF) में फिल्म का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ, जहां इसे इंटरनेशनल ऑडियंस चॉइस अवॉर्ड में सेकंड रनर-अप का सम्मान मिला।
दमदार टीम और वैश्विक सहयोग
‘होमबाउंड’ का निर्माण करण जौहर, अदार पूनावाला और अपूरवा मेहता ने किया है। सह-निर्माताओं में मारीके डी’सूज़ा और मेलिटा टोस्कन डू प्लांटियर शामिल हैं, जबकि विश्व सिनेमा के दिग्गज मार्टिन स्कॉर्सेज़ और प्रवीण खैरनार ने इस फिल्म में एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर की भूमिका निभाई है। इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग ने फिल्म को वैश्विक स्तर पर और मजबूती प्रदान की है।
भारतीय सिनेमा के लिए एक और मील का पत्थर
‘होमबाउंड’ का ऑस्कर 2026 की शॉर्टलिस्ट में पहुंचना न केवल नीरज घेवान और उनकी टीम की सफलता है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह साबित करता है कि भारत की कहानियां, संवेदनाएं और सामाजिक यथार्थ अब विश्व मंच पर गंभीरता से सुने और सराहे जा रहे हैं। अब देश की निगाहें ऑस्कर के अंतिम नामांकन पर टिकी हैं, जहां ‘होमबाउंड’ से एक और इतिहास रचने की उम्मीद की जा रही है।