अमरनाथ यात्रा के लिए 7,500 से अधिक तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 09-07-2025
A new batch of over 7,500 pilgrims leaves for Amarnath Yatra
A new batch of over 7,500 pilgrims leaves for Amarnath Yatra

 

जम्मू
 
दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में 3,880 मीटर की मंजिल पर स्थित गंगा गुफा मंदिर के लिए 7,500 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था मंगलवार देर रात को जम्मू से निकला। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या एक लाख के पार हो गई है।
 
घाटी के दो मार्ग से 38 जुलाई को दिव्य तीर्थ यात्रा शुरू हुई थी। पहला मार्ग अनंत नाग जिले में 48 किमी का पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है और दूसरा मार्ग गांदरबल जिले में 14 किमी का छोटा लेकिन अधिक ढलान वाला बालटाल मार्ग है। यात्रा नौ अगस्त को समाप्त होगी।
 
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस जवानों में 5,719 पुरुष, 1,57 महिलाएं और 40 बच्चे शामिल हैं, जिनमें 7,579 तीर्थयात्रियों के आठवां जत्था बोल्ट 25 मिनट से तीन मील की दूरी पर 40 मिनट के बीच भगवती नगर आधार शिविर शामिल हैं।
 
उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों का पहला काफिला 142 जत्था लेकर गांदरबल जिले से बालटाल मार्ग पर 3,031 तीर्थयात्रियों का आगमन हुआ, जिसके बाद 176 काफिला में 4,548 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है।
 
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दो जुलाई को युवा गुफा के लिए तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी मठ दिखाई दी थी।
 
जम्मू में फेस्टिवल मॉन्स्टर के रूप में और ऑफिस, सोसाइटी में रेस्तरां और आवास में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देखे जा रहे हैं।
 
अब तक 3.5 लाख से ज्यादा लोग तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। जम्मू में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को 'रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिडेंट' (रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान या फिक्स डेटाबेस) टैग जारी किए जा रहे हैं। मशीन पर ही रजिस्ट्रेशन के लिए 12 काउंटर स्थापित किए गए हैं।
 
उन्होंने बताया कि लखनपुर से बनिहाल तक जम्मू क्षेत्र में 50,000 से अधिक लोगों के लिए भोजन और आवास की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।
 
उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के लिए 100 से अधिक आवास केंद्र स्थापित किये गये हैं।
 
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएएफ) की कुल 180 कंपनियां तैनात की गई हैं, जो पिछले वर्षों की तुलना में 30 से अधिक हैं।