एक प्रोटीन कैसे ल्यूकेमिया कोशिकाओं को ऊर्जा और बढ़त देता है, अध्ययन में खुलासा

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 03-10-2025
Study reveals how a protein gives leukemia cells energy and growth
Study reveals how a protein gives leukemia cells energy and growth

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 कैंसर कोशिकाएं लगातार बढ़ने और फैलने की कोशिश में अपने मेटाबॉलिज़्म को बदलती रहती हैं और RNA में संशोधन करती हैं। यूसीएलए हेल्थ जॉनसन कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं ने अब एक ऐसे प्रोटीन की पहचान की है जो इन दोनों प्रक्रियाओं को जोड़ता है.
 
यह प्रोटीन, IGF2BP3, ल्यूकेमिया कोशिकाओं में शुगर को तोड़ने के तरीके को बदल देता है और एक तेज़ लेकिन कम प्रभावी ऊर्जा मार्ग (ग्लाइकोलाइसिस) को प्राथमिकता देता है। साथ ही यह RNA को भी संशोधित करता है, जिससे कैंसर कोशिकाओं के लिए ज़रूरी प्रोटीन तैयार होते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि IGF2BP3 एक "मास्टर स्विच" की तरह काम करता है, जो मेटाबॉलिज़्म और RNA नियंत्रण दोनों को जोड़ता है, जिन्हें पहले अलग-अलग प्रक्रियाएं माना जाता था.
 
वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. दिनेश राव ने बताया, “हम उम्मीद कर रहे थे कि IGF2BP3 RNA को नियंत्रित करेगा, लेकिन इसने कोशिकाओं के मेटाबॉलिज़्म को भी किस हद तक बदल दिया, यह अप्रत्याशित था। अगर हम इस रीवायरिंग को रोक पाते हैं, तो कैंसर कोशिकाओं की ऊर्जा और जीवित रहने दोनों की ताकत को काट सकते हैं.
 
IGF2BP3 सामान्यत: केवल शुरुआती विकास के चरण में सक्रिय होता है और जन्म के बाद निष्क्रिय हो जाता है, लेकिन ल्यूकेमिया, ब्रेन ट्यूमर, सारकोमा और स्तन कैंसर जैसे कई रोगों में यह फिर सक्रिय हो जाता है.
 
प्रयोगों में पाया गया कि जब कोशिकाओं से IGF2BP3 हटा दिया गया, तो उनका ग्लाइकोलाइसिस काफी कम हो गया और S-adenosyl methionine (SAM) का स्तर भी गिर गया, जिससे RNA पर होने वाले मिथाइलेशन मार्क्स घट गए। इसका अर्थ है कि IGF2BP3 न सिर्फ़ जीन नियंत्रित करता है बल्कि ऊर्जा और RNA दोनों को इस तरह जोड़ता है कि कैंसर कोशिकाएं जीवित रह सकें.
 
डॉ. गुंजन शर्मा ने बताया, “जब हमने IGF2BP3 हटाया, तो कोशिकाओं का ऊर्जा उपयोग ही नहीं बदला, बल्कि उनका रासायनिक संतुलन और RNA नियंत्रण भी बिगड़ गया। इसी से साफ़ हुआ कि यह प्रोटीन दोनों प्रक्रियाओं को जोड़ता है.
 
शोधकर्ताओं का मानना है कि IGF2BP3 ल्यूकेमिया के अलावा अन्य कैंसर में भी अहम भूमिका निभा सकता है और इसे एक बायोमार्कर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान में टीम ऐसे छोटे अणु (मॉलिक्यूल) पर काम कर रही है जो IGF2BP3 को रोक सकें और इन्हें कैंसर मेटाबॉलिज़्म को प्रभावित करने वाली दवाओं के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जा सके.