बेघरों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता दें राज्यः केंद्र

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 31-07-2021
बेघरों को प्राथमिकता
बेघरों को प्राथमिकता

 

नई दिल्ली. केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उन बेघर लोगों और भिखारियों का टीकाकरण करने का निर्देश दिया है, जिनके पास कोविड-19महामारी के खिलाफ टीकाकरण के लिए संसाधन नहीं हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को ऐसे बेघर, भिखारियों और निराश्रितों के टीकाकरण के लिए स्वैच्छिक संस्थानों के साथ समन्वय करके विशेष अभियान चलाने और सत्र आयोजित करने का आदेश जारी किया.

नोटिस में कहा गया है, राष्ट्रव्यापी कोविड-19टीकाकरण अभियान जन-केंद्रित है और सभी पात्र प्राथमिकता वाले समूहों को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बावजूद इसे सुलभ बनाने के लिए प्रावधान किए गए हैं.

प्रशासन इस कार्य को अंजाम देने के लिए गैर सरकारी संगठनों और नागरिक समाज संगठनों की मदद ले सकता है. नोटिस में कहा गया है कि इस समूह के लोगों के टीकाकरण के लिए एक विशेष सत्र की योजना बनाई जा सकती है.

इससे पहले भी, स्वास्थ्य मंत्रालय ने 6मई को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भिखारियों, खानाबदोशों (एक स्थान से दूसरे स्थान पर विचरण करने वाला समुदाय) जैसे लोगों के ऐसे समूहों को कोविड टीकाकरण प्रदान करने की सलाह दी थी. इनमें पुनर्वास शिविरों में रहने वाले लोग भी शामिल हैं और ऐसे व्यक्तियों के टीकाकरण के संबंध में एसओपी साझा करते हुए, यह हिदायत दी गई थी, जिनके पास निर्धारित पहचान पत्र नहीं हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने फिर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने का आह्वान किया है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने संबंधित सामाजिक न्याय और अधिकारिता और स्वास्थ्य विभागों को निराश्रित, भिखारियों और आवारा लोगों के टीकाकरण की सुविधा के लिए मिलकर काम करने का निर्देश दें.

इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि भारत में अब तक कुल 46,15,18,479कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.

पिछले 24घंटों में कुल 52,99,036लाख टीके की खुराक दी गई. भारत में पिछले 24घंटों में 41,649नए कोविड-19मामले दर्ज किए, और इस अवधि में 593मौतें हुईं.

31 जुलाई तक अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 46.64 करोड़ तक पहुंच गई है.