आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
रमजान के दिनों में आमतौर पर दोपहर से पहले या इफ्तार से पहले अचानक सिरदर्द शुरू हो जाता है, जिससे व्यक्ति अपने काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता और समय बर्बाद होता है.
विशेषज्ञों ने रमजान के दौरान सिरदर्द या माइग्रेन के निम्नलिखित कारण बताए हैं
1- रमजान के महीने में नींद और जागने के घंटों में अचानक बदलाव, जिससे सिरदर्द होने की संभावना दोगुनी हो जाती है.
2-रमजान के दौरान बड़ी मात्रा में कैफीन का सेवन.
3- भोजन की गुणवत्ता और मात्रा के संदर्भ में रमजान के दौरान आहार में मौलिक परिवर्तन.
4-सेहरी नहीं करने से रोजे के दौरान अत्यधिक भूख और सिर दर्द की अनुभूति भी होती है.
5-रमजान में रोजा खोलने के बाद बड़ी मात्रा में पानी पीने की उपेक्षा करने से निर्जलीकरण हो सकता है जिससे कब्ज होता है और इसलिए सिरदर्द का खतरा होता है.
6- भूख, प्यास, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, थकान और बार-बार दिल की धड़कन बढ़ने की षिकायत होती है.
7- रमजान के दौरान रक्त शर्करा का स्तर सामान्य दिनों की तुलना में कम होता है.
रमजान में सिरदर्द से कैसे बचें ?
रमजान के दौरान सिरदर्द से बचने के लिए डॉक्टरों और विशेषज्ञों के कुछ सुझाव दिए हैं, इस प्रकार हैंः
1ः कॉफी और चाय जैसे गर्म पेय के उपयोग को प्रतिबंधित करें.
2ः अत्यधिक धूम्रपान से बचें.
3ः भोजन की मात्रा को धीरे-धीरे कम करना शुरू करें.
4ः रोजे की आदत डालने के लिए, भोजन के बीच जलपान से बचें.
5ः शरीर में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए इफ्तार के बाद खूब पानी पिएं.