कोरोना: मानसिक तनाव ग्रस्त छात्रों के मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर कॉउंसलिंग

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 20-07-2021
छात्रों के मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर कॉउंसलिंग
छात्रों के मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर कॉउंसलिंग

 

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के कारण मानसिक तनाव से गुजर रहे छात्र, शैक्षणिक और मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर कॉउंसलिंग प्राप्त कर सकते हैं. सरकार ने युवाओं के लिए एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 180011688 और 10580 जारी किया है. दिल्ली के सभी नागरिक और विशेषकर स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अपने पढ़ाई संबंधित तनाव के साथ-साथ भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर दिल्ली सरकार के इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके गाइडेन्स और कॉउंसलिंग प्राप्त कर सकते हैं.

दिल्ली के सभी नागरिक युवा हेल्पलाइन का लाभ उठा सकते हैं और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी. यदि कोई विद्यार्थी कोरोना महामारी के कारण तनाव में हो, कोरोना संक्रमण से डरा हुआ हो, कोरोना के बाद बदली जीवनशैली के साथ तालमेल बैठाने में असहज महसूस कर रहा हो, अपने करियर या भविष्य को लेकर चिंता में हो, घर पर बैठ ऑनलाइन पढ़ाई करने और समय प्रबंधन में कठिनाई का सामना कर रहे हों, परीक्षा परिणाम के कारण तनाव में हैं, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में प्रवेश हेतु जानकारी लेना चाहते हों या उसको लेकर चिंता या तनावग्रस्त हों, मायूसी-अकेलापन महसूस कर रहे हों, बहुत जल्दी क्रोधित हो जाते हों या इसी तरह की अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. वे सभी युवा हेल्पलाइन पर कॉल करके दिल्ली सरकार के प्रोफेशनल काउंसलर्स से निशुल्क गाइडेन्स और काउंसलिंग प्राप्त कर सकते हैं.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली के सभी नागरिकों के मेंटल वेल-बीइंग को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार उनकी मदद करने के लिए हरदम तैयार है और उनसे केवल एक कॉल की दूरी पर है. इसलिए जब भी कोई व्यक्ति या विद्यार्थी ऐसा महसूस करे कि वो तनावग्रस्त है या अवसाद की स्थिति में जा रहे हैं तो दिल्ली सरकार की युवा हेल्पलाइन पर कॉल करें. हमारे काउंसलर्स लोगों की काउंसलिंग करने का काम करेंगे.

युवा हेल्पलाइन नंबर पर सभी कार्य दिवसों पर सुबह साढ़े 7 बजे से शाम साढ़े 8 बजे तक कॉल करके प्रशिक्षित काउंसलर्स से बात कर सकते हैं. युवा हेल्पलाइन पर रोज औसतन 250-300 कॉल्स आती हैं और दिल्ली सरकार के काउंसलर्स उनकी मदद कर रहे हैं.