आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इलेक्ट्रिक कारों में इस्तेमाल होने वाली दुर्लभ खनिज चुम्बकों की कमी का टाटा मोटर्स और जैगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के वाहनों के उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा है और निकट भविष्य में भी इसका असर होने की आशंका नहीं है। टाटा मोटर्स समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) पी बी बालाजी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
पी बी बालाजी ने कहा कि हालांकि आने वाले कुछ दिनों में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन कंपनी की टीम उन समस्याओं को सुलझाने में लगी है और वे पूरी तरह से जोखिम से मुक्त होने के आश्वासन देते हैं.
बालाजी ने कहा कि सेमीकंडक्टर संकट ने कंपनी को इस तरह की समस्याओं से निपटने का अनुभव और क्षमता दी है. फिलहाल, घरेलू कारोबार और जेएलआर दोनों ही अच्छी स्थिति में हैं। अगले कुछ महीनों में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन उन्हें भी कंपनी जल्द ही सुलझा लेगी.
उन्होंने बताया कि टाटा मोटर्स दुर्लभ खनिज चुंबकों की आपूर्ति के मुद्दे को दूर करने के लिए लगातार काम कर रही है ताकि कंपनी पूरी तरह जोखिम से मुक्त हो सके.