आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने एक बार फिर इंडस्ट्री के सबसे संवेदनशील मुद्दों में से एक—पे गैप—पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि वेतन असमानता केवल फिल्मों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समस्या लगभग हर पेशे में देखने को मिलती है। उनके अनुसार, महिलाओं को समान मेहनत के बावजूद बराबर भुगतान न मिलना एक पुरानी चुनौती है, और यह संघर्ष आज भी जारी है।
माधुरी दीक्षित, जिन्होंने शाहरुख़ खान, सलमान खान, आमिर खान, अनिल कपूर और संजय दत्त जैसे सुपरस्टारों के साथ काम किया, से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने करियर के स्वर्णिम दौर में कभी समान वेतन के लिए आवाज़ उठानी पड़ी। इस पर उन्होंने कहा कि असमानता हर क्षेत्र की महिलाओं का साझा अनुभव है।
उन्होंने कहा, “किसी भी क्षेत्र में—चाहे कॉर्पोरेट हो या फिल्म इंडस्ट्री—पे पैरिटी की समस्या हमेशा रही है। सब इस बात के लिए संघर्ष कर रहे हैं कि महिलाओं को कम से कम बराबर वेतन तो मिले, ज़्यादा नहीं, पर संतुलित तो हो।”
उनकी यह टिप्पणी उस व्यापक बहस का हिस्सा है जिसे हाल के वर्षों में कई शीर्ष अभिनेत्रियों ने प्रमुखता से उठाया है। भूमि पेडनेकर, कृति सैनन, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा जैसी कलाकारों ने भी खुलकर स्वीकार किया है कि इंडस्ट्री में पे गैप अब भी गहराई से मौजूद है।
प्रियंका चोपड़ा तो पहले यह भी कह चुकी हैं कि कई बार पुरुषों की असुरक्षा भी इस समस्या को बढ़ाती है, क्योंकि महिलाओं की सफलता उनके लिए चुनौती की तरह महसूस होती है।
उधर, काम के मोर्चे पर माधुरी अपनी आगामी थ्रिलर-ड्रामा सीरीज़ “मिसेज़ देशपांडे” की रिलीज़ की तैयारी कर रही हैं। नागेश कुकुनूर के निर्देशन में बनी यह सीरीज़ फ्रेंच थ्रिलर ला मांत से प्रेरित है, जिसमें माधुरी एक जटिल और बहुआयामी किरदार निभा रही हैं। इस शो में सिद्धार्थ चांडेकर औरPriyanshu Chatterjee भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नज़र आएंगे।