नई दिल्ली
बॉलीवुड के ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान अपने अभिनय और फिल्मों के चयन के जरिए दर्शकों को हमेशा प्रभावित करते आए हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि खुद आमिर को ही समझ नहीं आता कि वह इतने बड़े स्टार कैसे बन गए। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने स्टारडम और फिल्मों को चुनने के तरीके पर खुलकर बात की।
पीटीआई से बातचीत में आमिर ने कहा,“मुझे सच में नहीं पता कि मैं कैसे स्टार बन गया। तार्किक तौर पर देखा जाए, तो मुझे ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैंने तो सारे नियम तोड़ दिए और चीजें अपने तरीके से कीं। इसलिए मैं इस सम्मान और सफलता के लिए बेहद आभारी हूं।”
उन्होंने बताया कि सफलता पाने के लिए उन्होंने कभी भी ‘सुरक्षित’ रास्ता नहीं चुना।“जब ‘सरफरोश’ या ‘लगान’ रिलीज हुई थीं, तो हमें नहीं पता था कि दर्शक उन्हें पसंद करेंगे या नहीं। ‘दिल चाहता है’ अपने दौर से बिल्कुल अलग थी। फिर ‘तारे ज़मीन पर’ जैसी फिल्में आईं—हर बार एक जोखिम था,” उन्होंने कहा।
आमिर खान के अनुसार,“मैं एक ही काम बार-बार नहीं कर सकता। मैं वही पटकथाएँ चुनता हूं जो मुझे भीतर से उत्साहित करती हैं। अगर कहानी मुझे छूती है, तभी मैं फिल्म करता हूं।”
संयोग से, आमिर आखिरी बार फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ में नज़र आए थे, जो साल 2007 की चर्चित फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ का सीक्वल है। इसमें उनके साथ जेनेलिया डिसूजा भी नजर आईं। फ़िल्म को दर्शकों ने खूब सराहा और इसे सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ मिलीं।