मुंबई (महाराष्ट्र)
भारतीय सिनेमा की चर्चित और कल्ट क्राइम ड्रामा फिल्म 'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' ने रविवार, 22 जून को अपने रिलीज़ के 13 साल पूरे किए.अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित इस दो-भागों वाली फिल्म ने साल 2012 में रिलीज़ होते ही दर्शकों का दिल जीत लिया था. तीखे संवादों, दमदार अभिनय और अनोखी कहानी के चलते यह फिल्म भारतीय सिनेमा की धारा को बदलने वाली फिल्मों में गिनी जाती है.
फिल्म के 13 साल पूरे होने पर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, जिन्होंने इस फिल्म से प्रसिद्धि पाई, ने इंस्टाग्राम पर निर्देशक अनुराग कश्यप के साथ एक खास तस्वीर साझा की. इस तस्वीर में दोनों एक पेड़ के पास खड़े हैं — नवाज़ुद्दीन शांत मुद्रा में खड़े हैं और कश्यप सिगरेट पीते नज़र आ रहे हैं.
नवाज़ुद्दीन ने पोस्ट में लिखा:"Celebrating 13 years of Gangs Of Wasseypur."
फैंस ने इस पोस्ट पर उत्साह के साथ प्रतिक्रियाएं दीं.एक फैन ने लिखा, "Unbeatable combo. Ek aur jalwa dikhao."
दूसरे ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, "Adha cigarette ke liye intezar karta hua Nawaz bhai."
वहीं तीसरे ने उम्मीद जताई, "Lagta hai kuch bada aane wala hai. Tabahi, I mean Gangs of Wasseypur 3."
मनोज बाजपेयी, जिन्होंने फिल्म में सरदार खान का दमदार किरदार निभाया था, ने भी इस मौके को एक भावुक पोस्ट के ज़रिए याद किया.उन्होंने लिखा:"हज़रात, हज़रात, हज़रात! 13 साल पहले वासेपुर ने भारतीय सिनेमा की परिभाषा बदल दी थी.
कोयला, अपराध और कल्ट डायलॉग्स की वो कहानी आज भी सड़कों और स्क्रीन पर गूंजती है. ये सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं था, बल्कि इतिहास का एक लम्हा था जिसने भारतीय कल्ट सिनेमा को हमेशा के लिए आकार दे दिया."
फिल्म की कहानी
'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' दो भागों में रिलीज़ हुई थी — पहला भाग 22 जून 2012 को और दूसरा 8 अगस्त 2012 को. फिल्म की कहानी लगभग सात दशकों (1941 से 2009) तक फैली है, जिसमें धनबाद के कोयला माफियाओं, आपसी दुश्मनी और सत्ता की लड़ाई को दर्शाया गया है.
समीक्षकों की प्रशंसा और दर्शकों के प्यार से यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी हिट रही. आज भी यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में गिनी जाती है और इसकी लोकप्रियता समय के साथ और बढ़ी है।.
‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ आज भी एक आइकॉनिक कल्ट क्लासिक है — एक ऐसी कहानी जिसने दर्शकों को हिंदी सिनेमा का नया चेहरा दिखाया.