इस्लामाबाद/नयी दिल्ली
विवादित पाकिस्तानी धर्मगुरु मुफ़्ती अब्दुल क़वी एक बार फिर अपने सनसनीखेज़ और ध्यान खींचने वाले बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन के नाम पर ऐसा दावा किया है, जिसे न तो तथ्यों का आधार है और न ही किसी तरह की पुष्टि।
हाल ही में एक पॉडकास्ट में मुफ़्ती क़वी ने कहा कि ऐश्वर्या राय बच्चन, अपने पति अभिषेक बच्चन से अलग होने के बाद, कथित तौर पर उन्हें विवाह का प्रस्ताव भेजेंगी। उन्होंने यह तक कह दिया कि यदि ऐसा होता है, तो वे ऐश्वर्या का ‘‘धर्म परिवर्तन कराकर’’ उनका नाम आयशा राय रखेंगे। उनका यह बयान भारतीय सोशल मीडिया और पत्रकारिता जगत में अविश्वसनीयता और असंगति के कारण व्यापक आलोचना का विषय बन गया है।
भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुरूप, पॉडकास्ट के दौरान क़वी ने दावा किया कि उन्हें ऐश्वर्या–अभिषेक की निजी ज़िंदगी के बारे में “अंदर की खबरें” मिलती रहती हैं। उन्होंने कहा, “मैं कभी नहीं चाहता कि वे अलग हों, लेकिन अगर ऐसा होता है, तो ऐश्वर्या मुझसे ज़रूर संपर्क करेंगी।” यह दावा न केवल अप्रमाणिक है, बल्कि निजी मामलों पर गैर-ज़िम्मेदाराना टिप्पणी भी माना जा रहा है।
जब होस्ट ने पूछा कि वे किसी गैर-मुस्लिम महिला से शादी कैसे करेंगे, तो क़वी ने यह कहते हुए अपना विवादित बयान और आगे बढ़ा दिया कि ऐश्वर्या का धर्म परिवर्तन कराया जाएगा और उनका नाम ‘आयशा राय’ होगा। उन्होंने इसे “खूबसूरती का प्रतीक” बताने की कोशिश भी की।
मुफ़्ती अब्दुल क़वी का यह पहला विवादित बयान नहीं है। इससे पहले भी वे भारतीय अभिनेत्री राखी सावंत को लेकर अवांछित और असत्यापित दावे कर चुके हैं—यहां तक कि उनके धर्म परिवर्तन और “फ़ातिमा” नाम अपनाने जैसी बातें भी कही थीं, जिनका कोई आधिकारिक आधार आज तक सामने नहीं आया।
सोशल मीडिया पर लोग क़वी के बयानों को “पब्लिसिटी स्टंट”, “विचित्र कल्पना” और “व्यक्तिगत जीवन पर अनुचित टिप्पणी” करार दे रहे हैं। वहीं, ऐश्वर्या राय बच्चन या अभिषेक बच्चन की ओर से इन दावों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, जो स्पष्ट रूप से बताता है कि यह पूरा विवाद सिर्फ़ मुफ़्ती क़वी के एकतरफ़ा और विवाद पैदा करने वाले बयानों पर आधारित है।
कुल मिलाकर, मुफ़्ती क़वी का ताज़ा दावा भी उ