नई दिल्ली
बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं। उनके निजी ड्राइवर नरेश सिंह ने फरहान के साथ 12 लाख रुपये की हेराफेरी कर दी। भरोसे का ऐसा गलत इस्तेमाल देखकर फरहान और उनका परिवार सदमे में है।
इस मामले में मुंबई पुलिस ने ड्राइवर नरेश सिंह और बांद्रा स्थित एक पेट्रोल पंप के कर्मचारी अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
नरेश सिंह, फरहान अख्तर की मां हनी ईरानी की कार चलाता था और लंबे समय से परिवार के साथ काम कर रहा था। हनी ईरानी ने कार में ईंधन भरवाने के लिए बेटे फरहान का क्रेडिट कार्ड नरेश को दे रखा था।
हाल ही में हनी ईरानी की मैनेजर दीया भाटिया ने जब खातों की जांच की तो उन्हें लेन-देन में गड़बड़ी नजर आई। क्रॉस-चेक करने पर पता चला कि नरेश ने 35 लीटर पेट्रोल के बजाय 621 लीटर का झूठा बिल पेश किया था।
पूछताछ में नरेश ने माना कि वह पिछले तीन वर्षों से फरहान के क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग कर रहा था। वह पेट्रोल पंप कर्मचारी अरुण सिंह से मिलकर नकली ट्रांजेक्शन करता था और बदले में उसे हिस्सा देता था ताकि कोई शक न हो।
गड़बड़ी सामने आने के बाद फरहान के परिवार ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पूछताछ जारी है।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा करना कितना महंगा पड़ सकता है — फिर चाहे वो सालों से साथ काम कर रहा कर्मचारी ही क्यों न हो।